
भोपाल। मध्य प्रदेश में वाहन स्क्रैप करने वाले व्यक्ति को आरटीओ टैक्स में 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। यह छूट बीएस-1 और बीएस-2 श्रेणी के वाहनों को स्क्रैप करने पर दी जाएगी। स्क्रैपिंग करने वाली संस्था को उद्योग का दर्जा दिया जाएगा। यह फैसला मंगलवार को मुख्यमंत्री ने लिया। कैबिनेट ने नगरीय निकायों में अध्यक्ष का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से कराने के अध्यादेश को भी मंजूरी दे दी है। अब जनता सीधे अध्यक्ष का चुनाव कर सकेगी।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि भारत सरकार ने वाहन स्क्रैपिंग पर सब्सिडी देने की भी बात कही है। पर्यावरण संरक्षण के लिए यह सरकार का बड़ा फैसला होगा। बीएस-5 वाहन आने शुरू हो गए हैं। ऐसे में धीरे-धीरे बीएस-1, बीएस-2 और अन्य श्रेणी के वाहनों को भी स्क्रैप किया जाएगा।
विजयवर्गीय ने कहा कि नगर पालिका अध्यक्ष का अगला चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से होगा। इसके लिए अभी दो साल का समय है। प्रक्रिया पूरी होने में समय लगेगा, इसलिए अभी यह निर्णय लिया गया है। ऐसे में जो लोग नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव लड़ना चाहते हैं, वे अभी से प्रत्यक्ष चुनाव की तैयारी कर सकेंगे।
प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर स्वस्थ महिला-सशक्त परिवार थीम पर कार्यक्रम विजयवर्गीय ने बताया कि मंत्रिमंडल की बैठक से पहले मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को धार जिले के बदनावर में पीएम मित्र पार्क का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर स्वस्थ महिला-सशक्त परिवार, स्वदेशी, एक पेड़ मां के नाम, एक बगिया मां के नाम, जनमन योजना, धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान और मिशन कर्मयोगी थीम पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे।
बीएस वन क्या है?
भारत में बीएस-1 नियमन के तहत, प्रति किमी अधिकतम 2.72 ग्राम कार्बन उत्सर्जन और 0.14 ग्राम श्वसनीय निलंबित कणों के उत्सर्जन की अनुमति थी। इसके अलावा नाइट्रोजन ऑक्साइड और हाइड्रोकार्बन उत्सर्जन की सीमा 0.97 ग्राम प्रति किमी थी। बीएस वन के तहत कार निर्माता कंपनियों को सेकंडरी एयर इंजेक्शन सिस्टम, एग्जॉस्ट गैस रीसर्कुलेशन सिस्टम, कार्बोरेटर को फिर से ट्यून करना पड़ा और सिस्टम में ट्राई-मेटल परत लगानी पड़ी।
बीएस 2 के बारे में
भारत स्टेज-2I के तहत ईंधन में अधिकतम सल्फर की मात्रा 500 पीपीएम तक सीमित थी। कार्बन मोनोऑक्साइड उत्सर्जन 2.2 ग्राम प्रति किमी था। श्वसनीय निलंबित कणों का उत्सर्जन 0.08 ग्राम था। नाइट्रोजन ऑक्साइड और हाइड्रोकार्बन के लिए अधिकतम उत्सर्जन सीमा 0.05 ग्राम प्रति किमी थी। इसके बाद, कार्बोरेटर के बजाय, कार निर्माताओं को ऑटोमोबाइल को मल्टी-पॉइंट फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम से मजबूत करना पड़ा।
कैबिनेट में इन पर भी चर्चा हुई
अस्वच्छ क्षेत्रों की पहचान कर उन्हें स्वच्छ बनाया जाएगा। बैठक से पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता ही सेवा की थीम पर सेवा पखवाड़ा मनाया जाएगा। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अस्वच्छ क्षेत्रों की पहचान कर उन्हें स्वच्छ बनाया जाएगा। पखवाड़े के अंतर्गत स्वच्छ मित्र सुरक्षा शिविर भी आयोजित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन गतिविधियों में स्वयंसेवी संगठनों, सामाजिक संगठनों, धार्मिक संगठनों को भी भागीदार बनाया जाए। मंत्रियों, प्रशासनिक अधिकारियों और राजनीतिक पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के सहयोग से अपने-अपने क्षेत्रों में स्वच्छता-सेवा गतिविधियों का यथासंभव विस्तार करें।
अभियान की थीम ‘स्वच्छोत्सव’ है। इसका केंद्रीय विषय ‘स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा’ है, इसलिए अभियान के दौरान रक्तदान शिविरों सहित स्वच्छता से जुड़े कार्यक्रम होंगे।
जनता से जुड़े 7 प्रमुख विभाग इस अभियान के लिए जिम्मेदार हैं। सेवा पर्व को जनता के अभियान के रूप में मनाया जाएगा। स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
एक पेड़ माँ के नाम और मां की बगिया के अंतर्गत पौधारोपण किया जाएगा। नए नमो पार्क, नमो बाग, नमो वन और नमो उपवन बनाए जाएंगे।
27 सितंबर को नमो मैराथन का आयोजन किया जाएगा। विकास मेला और प्रदर्शनी के अलावा, छात्र प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी।
भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय के निर्देशानुसार, 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक पूरे देश में आदि कर्मयोगी अभियान चलाया जाएगा।
आदि सेवा पर्व भी मनाया जाएगा। आदि सेवा पर्व के दौरान, सभी जनजातीय बहुल गांवों के लोग अपनी-अपनी ग्राम पंचायतों में गाँव के विकास पर चर्चा करेंगे।