
नई दिल्ली। देश के लाखों सरकारी कर्मचारियों के बीच 8वें वेतन आयोग को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। उनके मन में लगातार ये सवाल उठ रहे हैं कि, 8वां वेतन आयोग लागू होने के बाद उनकी सैलरी में कितनी बढ़ोतरी होगी, उन्हें इसका कितना फायदा मिलेगा? आपको बता दें कि किसी भी कर्मचारी की सैलरी में बढ़ोतरी फिटमेंट फैक्टर पर निर्भर करेगी।
फिलहाल सरकार की तरफ से इस बारे में कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है।हालांकि, कई रिपोर्ट्स में वेतन आयोग के एक प्रमुख पहलू, फिटमेंट फैक्टर पर बहस की ओर इशारा किया गया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि फिटमेंट फैक्टर उस फॉर्मूले का मुख्य घटक है जो अधिकारियों को लाखों सरकारी कर्मचारियों के लिए नए वेतन ढांचे को तैयार करने में मदद करेगा। बढ़ती महंगाई के साथ, कुछ लोगों का तर्क है कि केंद्रीय वेतन आयोग (CPC) भी फिटमेंट फैक्टर को संशोधित करेगा।
आपको बता दें कि 8वें वेतन आयोग के तहत जब भी नई शर्तों की घोषणा होगी, तो इससे 50 लाख से अधिक कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनभोगियों के वेतन ढांचे में बदलाव आएगा।
2.86 फिटमेंट फैक्टर हो सकता है!
8वें वेतन आयोग के तहत सबसे प्रमुख चर्चाओं में से एक यह है कि सीपीसी इस बार 2.86 का फिटमेंट फैक्टर ले सकता है। हालांकि कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन विशेषज्ञों का तर्क है कि मौजूदा मुद्रास्फीति और पिछले रुझानों को देखते हुए, 8वें वेतन आयोग के गणना फॉर्मूले में 2.86 सबसे उपयुक्त फिटमेंट फैक्टर लगता है।
आपका वेतन कितना बढेगा?
अगर सीपीसी 2.86 फिटमेंट फैक्टर लेने का फैसला करता है, तो इसका मतलब है कि वेतन में भारी वृद्धि होगी। फिटमेंट फैक्टर के आधार पर नई वृद्धि की गणना करने का फॉर्मूला आसान है। नई वृद्धि सरकारी कर्मचारी के मूल वेतन को फिटमेंट फैक्टर से गुणा करके पता की जाती है।
मूल वेतन x फिटमेंट फैक्टर = नई बढ़ोतरी
इसलिए, यदि मूल वेतन 10,000 है और सीपीसी फिटमेंट फैक्टर के रूप में 2.86 तय करता है, तो नई बढ़ोतरी होगी: 2.86X10,000 = 28,600
आपको बता दें कि इस साल दिसंबर में खत्म हो रहे 7वें वेतन आयोग के तहत 2.57 का फिटमेंट फैक्टर तय किया गया था। इस बार अगर यह 2.86 हो जाता है तो इससे कर्मचारियों की सैलरी में सीधे तौर पर बढ़ोतरी होगी।