
नई दिल्ली। मौजूदा दौर में राजनीतिक विमर्श का स्तर गिरता जा रहा है। हाल ही में एक घटना में बीजेपी प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने शनिवार को लाइव टीवी डिबेट के दौरान अपना आपा खो दिया और कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत के खिलाफ़ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, उन्हें ‘र@%दी की औलाद’ (वेश्या का बेटा) कहा।
इस तीखी नोकझोंक की क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है, जिससे प्रेम शुक्ला और बीजेपी की राष्ट्रीय टेलीविज़न पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के लिए व्यापक आलोचना हो रही है।
हिंदी न्यूज़ चैनल आज तक पर हुई यह बहस पहलगाम आतंकी हमले पर केंद्रित थी, जब कांग्रेस प्रवक्ता सुरेन्द्र राजपूत ने सवाल किया कि भारतीय सशस्त्र बल पाकिस्तान को हराने और बलूचिस्तान को आजाद कराने के साथ ही पीओके को वापस लेने की स्थिति में होने के बावजूद संघर्ष विराम की घोषणा क्यों की गई, तो भाजपा प्रवक्ता ने पलटवार करते हुए कहा, “राहुल गांधी पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं… वे पाकिस्तान के तलवे चाटते हैं।” चर्चा ने तब और भी बुरा मोड़ ले लिया, जब राजपूत ने पलटवार करते हुए कहा, “तुम पाकिस्तान के तलवे चाटते हो, नरेंद्र मोदी ऐसा करते हैं, तुम्हारे पिता उनके तलवे चाटते हैं…”।
इस बिंदु पर शुक्ला अपना संयम खो बैठे और बोले, “तेरी मां रंडी है”* (तुम्हारी मां वेश्या है)। एंकर ने बीच-बचाव करते हुए भाजपा प्रवक्ता द्वारा इस्तेमाल की गई अपमानजनक भाषा की निंदा की। उन्होंने अपने शो के दौरान इस्तेमाल की गई अपमानजनक टिप्पणियों के लिए माफी भी मांगी। दोनों प्रतिभागियों को कुछ देर के लिए म्यूट करने के बाद चैनल ने उन्हें बहस फिर से शुरू करने की अनुमति दी। हालांकि, शुक्ला ने अपना तीखा हमला जारी रखते हुए कहा, “कहां से लाए हो इस तवायफ की औलाद को?”
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने सोशल मीडिया पर भाजपा नेता की आलोचना करते हुए कहा, “यह भाजपा प्रवक्ता टीवी पर हर रोज अभद्रता की सारी हदें पार करता है, लेकिन आज मर्यादा की सारी सीमाएं टूट गई हैं। सुरेंद्र राजपूत जी की दिवंगत मां के बारे में जो शब्द कहे गए हैं, मैं उन्हें यहां लिख भी नहीं सकती। जो व्यक्ति राष्ट्रीय चैनल पर यह कह सकता है, वह महिलाओं के बारे में क्या सोचता होगा, इसकी कल्पना करना मुश्किल है। यह भाजपा का असली चरित्र है। ऐसे लोग घिनौने हैं। आप जो भी कार्रवाई करें, सुरेंद्र जी, मैं आपके साथ हूं। भाजपा नेताओं से महिलाओं के सम्मान की उम्मीद करना बेमानी है।” कई अन्य विपक्षी नेताओं ने भी सुरेंद्र राजपूत का समर्थन करते हुए भाजपा प्रवक्ता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।