
भोपाल। राजधानी भोपाल में सोमवार शाम को भारी बारिश हुई, जिससे यातायात कर्मियों और नगर निगमों को सड़कों पर पानी भरने और वाहनों की भीड़भाड़ कम करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। मूसलाधार बारिश से शहर में यातायात व्यवस्था ठप हो गई, सड़कों पर पानी भर गया और यातायात व्यवस्था चरमरा गई, कई यात्री सड़क किनारे बस टर्मिनलों पर फंस गए।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!शहर के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश से भारी जलभराव हो गया। भोपाल नगर निगम (बीएमसी) कॉल सेंटर के अनुसार, रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के पास गणेश मंडी, अवधपुरी, अल्पना तिराहा जैसे इलाकों में भारी बाढ़ की सूचना मिली है।
कई रिहायशी इलाकों में स्थानीय लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने के लिए घुटनों तक पानी से होकर गुजरना पड़ा। शहर के कई इलाकों में जलभराव के कारण बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। बीएमसी को जलभराव की कई शिकायतें मिलीं।
30 मिनट से अधिक समय तक हुई मूसलाधार बारिश के कारण एमपी नगर, सरवरकर सेतु (गणेश मंदिर), रचना नगर अंडरब्रिज और अल्पना तिराहा सहित शहर की प्रमुख सड़कों पर यातायात जाम हो गया। इन इलाकों में करीब एक घंटे तक वाहन फंसे रहे।
चेतक ब्रिज पर वाहनों की आवाजाही रुक गई, जबकि एमपी नगर की सड़कों पर खास तौर पर चेतक ब्रिज से बोर्ड ऑफिस चौराहे तक जाम की स्थिति रही। लिंक रोड नंबर 1 पर भी इसी तरह की जाम की स्थिति रही, खास तौर पर बोर्ड ऑफिस चौराहे, व्यापम चौराहे और डीबी मॉल रोड पर।
पुराने शहर में कमला पार्क रोड पर रेतघाट से लेकर पॉलिटेक्निक चौराहे तक लंबा जाम लगा रहा, जिसमें मोती मस्जिद और इकबाल मैदान भी शामिल हैं। कोलार इलाके में भी कई जगहों पर जाम जैसी स्थिति देखने को मिली।
ज़्यादातर ट्रैफ़िक व्यवधान जलभराव के कारण हुआ, जिससे वाहन चालकों को जलमग्न सड़कों से होकर गुज़रना पड़ा। हालांकि, स्थिति को संभालने के लिए ट्रैफ़िक पुलिस को तैनात किया गया था, लेकिन जलमग्न सड़कों पर वाहन रेंगते हुए चल रहे थे।