
शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के कोलारस के पूर्व विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पार्टी को त्यागपत्र लिखा है।
गौरतलब है कि रघुवंशी सितंबर 2023 में तत्कालीन पीसीसी अध्यक्ष कमल नाथ के समक्ष भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। तब वे कोलारस से भाजपा विधायक थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व विधायक ने कहा कि “मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं है, इसलिए मैंने अपने राजनीतिक कदम वापस ले लिए हैं।” उन्होंने कहा कि अब वे सामाजिक और आध्यात्मिक जीवन जिएंगे।
पार्टियों के मौजूदा माहौल के बारे में उन्होंने कहा कि “अब यहां ऐसा माहौल नहीं है। अब या तो मेरे लायक पार्टियां नहीं बची हैं या फिर मैं राजनीतिक पार्टियों के लिए नहीं बचा हूं। मैं भी यह बात समझ नहीं पा रहा हूं। इसी वजह से मैंने राजनीति से दूर रहने का मन बना लिया है। अब मैं किसी पार्टी में नहीं जाऊंगा।
विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस से की थी। वे शिवपुरी विधानसभा से 2007 का उपचुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने थे। 2008 और 2013 के विधानसभा चुनाव में हार के लिए अपने ही वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदार ठहराते हुए वीरेंद्र रघुवंशी ने 2014 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वे भाजपा में शामिल हो गए थे।
2018 के विधानसभा चुनाव में वे भाजपा के टिकट पर कोलारस विधानसभा से विधायक चुने गए थे। हालांकि, विधायक के 5 साल पूरे होने से पहले ही वे 2023 में कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्होंने प्रेस से बात करते हुए अपना दर्द बयां किया था। उन्होंने कहा था कि जिन लोगों की वजह से मैंने कांग्रेस छोड़ी, वही लोग भाजपा में शामिल होकर विकास कार्यों में बाधा डाल रहे हैं।