जयपुर। राजस्थान के बीकानेर में देश का पहला बालिका सैनिक स्कूल खुलेगा, जिसके लिए पूनमचंद राठी के परिवार ने 108 करोड़ रुपए की ज़मीन और एक भवन दान किया है। परिवार शुक्रवार को शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर को ज़मीन और भवन के कागजात सौंपेगा।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!बीकानेर शहर से लगभग 35 किलोमीटर दूर जयमलसर गांव में खुलने वाले इस बालिका सैनिक स्कूल की प्रवेश प्रक्रिया जनवरी 2026 में शुरू होगी। प्रवेश परीक्षा अप्रैल में और सत्र जुलाई 2026 में शुरू होगा। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर उस ज़मीन और भवन का दौरा करेंगे, जहां स्कूल खोलने का प्रस्ताव है, और राठी परिवार औपचारिक रूप से मंत्री को संपत्ति के कागजात सौंपेगा।
कोलकाता के व्यवसायी पूनमचंद राठी जयमलसर के मूल निवासी हैं और उन्होंने यह भवन अपने माता-पिता रामीदेवी और रामनारायण राठी की स्मृति में बनवाया था। राठी ने मीडिया से कहा, लड़कों के लिए तो सब ऐसा करते हैं, लेकिन मैंने सोचा कि लड़कियों के लिए भी कुछ किया जाना चाहिए, खासकर अब जब लड़कियाँ सेना में शामिल हो रही हैं, तो उन्हें उचित प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि राजस्थान सरकार की बजट घोषणा के अनुसार, राज्य में कुल नौ सैनिक स्कूल खोले जाएंगे। इनमें कोटा, जैसलमेर, अजमेर, भरतपुर, अलवर, जयपुर और उदयपुर में बालिका सैनिक स्कूल शामिल होंगे। गंगानगर के मिर्जावाला में एक सामान्य सैनिक स्कूल खुलेगा। इन स्कूलों के लिए कोटा में 42 हेक्टेयर, जैसलमेर में 30 एकड़, अजमेर में 30 एकड़ और भरतपुर में 12 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई है।
ये स्कूल छात्रावास सुविधाओं से पूरी तरह सुसज्जित होंगे। इनकी परीक्षाएं राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित की जाएंगी। स्कूल के प्रधानाचार्य और छात्रावास वार्डन सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी होंगे, जबकि अन्य शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारी राज्य सेवा में कार्यरत कर्मचारी होंगे।