भोपाल। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल का पार्टी में रुतबा बढ़ गया है। अब विधानसभा में भी उनकी अहमियत बढ़ने वाली है। खंडेलवाल दूसरी बार विधायक बने हैं। इसलिए उन्हें सदन में पिछली पंक्ति में जगह मिली है। वे सदन में चौथी पंक्ति में कुर्सी नंबर 68 पर बैठते हैं। अब जबकि वे पार्टी के अध्यक्ष बन गए हैं, तो उनके बैठने की व्यवस्था आगे की पंक्ति में की जा रही है।
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सदन का मानसून सत्र 28 जुलाई से शुरू हो रहा है। मानसून सत्र से पहले विधानसभा सचिवालय ने भाजपा के साथ-साथ विपक्षी कांग्रेस को भी पत्र लिखकर कहा है कि वे किसी भी सदस्य के बैठने की व्यवस्था में बदलाव के बारे में कार्यालय को सूचित कर सकते हैं।
सचिवालय के पत्र के बाद भाजपा और कांग्रेस को सत्र शुरू होने से एक सप्ताह पहले अपने-अपने दलों के किसी भी सदस्य के बैठने की व्यवस्था में बदलाव के लिए सचिवालय को पत्र लिखना होगा।
सूत्रों के मुताबिक, विधायकों के बीच खंडेलवाल की बैठने की व्यवस्था को लेकर भाजपा पार्टी के भीतर बदलाव की तैयारी कर रही है। खंडेलवाल को या तो पहली पंक्ति में या दूसरी पंक्ति में सीट मिलेगी। राजनीतिक दल अपने सदस्यों की बैठने की व्यवस्था सदस्यों की वरिष्ठता के आधार पर करते हैं।
चूंकि खंडेलवाल पार्टी अध्यक्ष बन गए हैं, इसलिए भाजपा संसदीय दल उन्हें पहली पंक्ति में कुर्सी देने पर विचार कर रहा है, हालांकि वे वरिष्ठ विधायक नहीं हैं।
2008 के बाद से कोई विधायक भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है। खंडेलवाल से पहले नरेंद्र सिंह तोमर विधायक होने के साथ-साथ प्रदेश पार्टी अध्यक्ष भी थे। वे 2008 तक विधायक रहे। चूंकि पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष सदन में बैठेगा, इसलिए उसे काफी महत्व मिलेगा।