
—विजयादशमी पर मुख्यमंत्री ने की घोषणा
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!इंदौर। Govt job News: मध्य प्रदेश पुलिस में जल्द ही 20,000 से ज्यादा नए कर्मियों की भर्ती की जाएगी, जो हाल के वर्षों में राज्य के सुरक्षा बल में सबसे बड़े विस्तारों में से एक है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विजयादशमी पर यह घोषणा इंदौर के पुलिस लाइन में आयोजित शस्त्र पूजन समारोह के दौरान की, जहां परंपरा और तकनीक का संगम अनुशासन, साहस और जनसेवा के प्रतीकात्मक उत्सव में हुआ।
इस कार्यक्रम के दौरान, मैंने साइबर अपराध से निपटने के लिए विकसित एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई)-संचालित चैटबॉट ‘सेफक्लिक्स’ लॉन्च किया। सीएम ने कहा, जन सुरक्षा को और मज़बूत करने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस में जल्द ही 20,000 से ज़्यादा नए पद भरे जाएंगे। विजयादशमी के पावन अवसर पर मुझे मां अहिल्या की नगरी इंदौर स्थित पुलिस लाइन में शस्त्र पूजन समारोह में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम में डॉ. यादव ने जोर देकर कहा कि यह भर्ती अभियान न केवल कानून प्रवर्तन को मजबूत करेगा, बल्कि राज्य भर में रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर भी पैदा करेगा। उन्होंने इस कदम को जन सुरक्षा बढ़ाने और उभरती चुनौतियों, खासकर साइबर अपराध और यातायात प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में का सामना करने के लिए पुलिस बल के आधुनिकीकरण की दिशा में एक कदम बताया। समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने इंदौर पुलिस द्वारा विकसित एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आधारित चैटबॉट, सेफ क्लिक का भी शुभारंभ किया।
क्यूआर कोड स्कैन करके सक्रिय होने वाला यह चैटबॉट नागरिकों को यातायात और सुरक्षा से संबंधित रीयल-टाइम जानकारी प्रदान करने में सहायता के लिए डिज़ाइन किया गया है। इंदौर इस तकनीक को लागू करने वाला मध्य प्रदेश का पहला शहर बन गया है, जिसे बाद में अन्य क्षेत्रों और ज़िलों में भी लागू किया जाएगा। इंदौर के पुलिस आयुक्त, संतोष कुमार सिंह ने बताया कि यह चैटबॉट ओपन-सोर्स डेटा का उपयोग करता है और उपयोगकर्ताओं को आवाज़ या टेक्स्ट के माध्यम से बातचीत करने की अनुमति देता है।
इसका उद्देश्य पुलिस सेवाओं तक पहुंच को आसान बनाना और नागरिकों के प्रश्नों के प्रति प्रतिक्रिया में सुधार करना है। यह पहल राज्य में डिजिटल शासन और स्मार्ट पुलिसिंग पर बढ़ते ज़ोर को दर्शाती है। यादव ने विजयादशमी के सांस्कृतिक महत्व के बारे में भी बात की और इसे बुराई पर अच्छाई की जीत और बहादुरी व कर्तव्य के मूल्यों का उत्सव बताया।
मुख्यमंत्री ने आग्रह किया कि इस अवसर की नैतिक और नागरिक भावना को सुदृढ़ करने के लिए रावण दहन के साथ-साथ शस्त्र पूजन की परंपरा को सभी जिलों में व्यापक रूप से मनाया जाए। मुख्यमंत्री ने शस्त्रागार का निरीक्षण किया, पुलिस वाहनों की पूजा की और गार्ड ऑफ ऑनर प्राप्त किया। सशस्त्र पुलिस बल के बैंड ने भक्तिमय भजनों की प्रस्तुति देकर दिन के कार्यक्रम में आध्यात्मिकता का समावेश किया। भर्ती और नवाचार पर दोहरे ध्यान के साथ, राज्य सरकार ने एक मजबूत, स्मार्ट और अधिक नागरिक-केंद्रित पुलिस बल बनाने की अपनी मंशा का संकेत दिया।