
भोपाल। कैबिनेट ने मध्य प्रदेश में तीन सेक्टरों में हेलीकॉप्टर संचालन की योजना चलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। हेलिकॉप्टरों को पीपीपी (सार्वजनिक-निजी भागीदारी) मॉडल पर संचालित किया जाएगा।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!पहले सेक्टर में इंदौर, उज्जैन, ओंकारेश्वर, खंडवा, रतलाम, झाबुआ, मांडू, गांधी सागर, नीमच, अलीराजपुर, खरगोन, नलखेड़ा, बुरहानपुर, हनुमंतिया और अन्य शामिल होंगे।
दूसरे सेक्टर में भोपाल, मडई, तामिया, पचमढ़ी, सांची, दमोह, छिंदवाड़ा, इंदौर, दतिया, शिवपुरी, ओरछा, गुना, टीकमगढ़, कूनो, बैतूल, राजगढ़, सागर आदि स्थान शामिल हैं।
तीसरे सेक्टर में बांधवगढ़, कान्हा, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, पेंच, इंदौर, चित्रकूट, मैहर, पन्ना, सिंगरौली, सिवनी, सीधी आदि शामिल हैं।
इंदौर इन तीनों सेक्टरों में शामिल है, क्योंकि यह वाणिज्यिक राजधानी है। इस योजना से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि व्यापार और वाणिज्य को भी बढ़ावा मिलेगा। हेलीकॉप्टर नियमित रूप से उड़ान भरेंगे।
मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल ने राज्यभर के तेरह सरकारी अस्पतालों में 354 नए वरिष्ठ रेजिडेंट पद सृजित करने का भी निर्णय लिया है। यह चिकित्सा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण निर्णय है और इन अस्पतालों में संकाय गठन को मज़बूत करने में मदद करेगा।
इसके साथ ही मंत्रिमंडल ने दो पुराने ताप विद्युत संयंत्रों अमरकंटक स्थित चचाई संयंत्र और सारणी स्थित सतपुड़ा ताप विद्युत संयंत्र को चालू करने की मंजूरी दे दी है। इन परियोजनाओं में राज्य की हिस्सेदारी 15% होगी, जबकि शेष का वित्तपोषण ऋण के माध्यम से किया जाएगा।