एमपी की 'लाडली बहनों' के चेहरे पर आएगी मुस्कान, खाते में आने वाली है किस्त जानें कब निकाल सकती हैं?
भोपाल. दलित इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्री (डिक्की) मध्य प्रदेश चैप्टर द्वारा प्रथम चरण में तीन दिवसीय बिज़नेस लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम में 120 ब्लॉक कॉर्डिनेटर्स को प्रशिक्षण दिया गया। कॉर्डिनेटर्स को उद्यम के लिये बैंकर्स व एक्सपर्ट्स द्वारा योजनाओं की जानकारी के साथ समाधान भी बताया। तीन चरणों में सात बैच में हो रहे प्रशिक्षण में शामिल प्रतिभागियों, एससी-एसटी उद्यमियों और युवाओं को ब्लॉक में ही व्यापार-व्यवसाय और उद्यमिता के अवसर, सफल बिजनेस फ्रेंचाइजी मॉडल, लघु और मध्यम उद्योगों के क्लस्टर, इकाईयों की स्थापना, योजनाओं से अधिक युवाओं को आगे आने के लिए प्रोत्साहित किया। बता दें कि डिक्की प्रदेश में बीते 6 वर्षों से एससी-एसटी वर्ग में उद्यमिता विकास और स्व-रोजगार के लिए निरंतर कार्य कर रहा है। संस्था की हैंडहोल्डिंग से राज्य में हजारों एससी-एसटी युवा अपना व्यापार-व्यवसाय स्थापित कर नौकरी मांगने की बजाए नौकरी देने वाले बने हैं। 2005 में रखी गई थी डिक्की की नींव उल्लेखनीय है कि दलित इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (DICCI) की नींव 17 साल पहले पद्मश्री डॉ. मिलिंद कांबले ने रखी गई थी। इसका उद्देश्य अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के युवाओं और उद्यमियों के बीच उद्यमशीलता की भावना पैदा की जा सके। डिक्की निरंतर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के आर्थिक सशक्तिकरण के दृष्टिकोण को लेकर कार्य कर रहा है। उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने की चाह रखने वाले युवाओं को डिक्की द्वारा सपोर्ट सिस्टम मुहैया कराया जा रहा है।
Comments
Add Comment