एमपी की 'लाडली बहनों' के चेहरे पर आएगी मुस्कान, खाते में आने वाली है किस्त जानें कब निकाल सकती हैं?
बेंगलुरु. चंद्रयान-3 चंद्रमा की ऑर्बिट में पहुंच चुका है। रविवार 6 अगस्त को इसरो ने चंद्रयान से खींची पहली तस्वीर शेयर की। 6 की रात करीब 11 बजे चंद्रयान-3 की ऑर्बिट घटाई गई। यान चंद्रमा के 170 किमी x 4313 किमी की ऑर्बिट में है यानि चंद्रयान ऐसी अंडाकार कक्षा में घूम रहा है, जिसमें उसकी चांद से सबसे कम दूरी 170 किमी और सबसे ज्यादा दूरी 4313 किमी है।
दरअसल, ऑर्बिट बदलने के लिए चंद्रयान के इंजन कुछ देर के लिए फायर किए गए। इसरो ने बताया कि अब कक्षा को और कम करने का अगला ऑपरेशन 9 अगस्त को 13:00 से 14:00 बजे के बीच किया जाएगा। इससे पहले चंद्रयान 164 Km x 18,074 Km की ऑर्बिट में घूम रहा था। 22 दिन बाद चंद्रयान ने 5 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था।
चंद्रयान के कैमरों ने चांद की तस्वीरें भी कैप्चर की थी। इसरो ने अपनी वेबसाइट पर इसका एक वीडियो बनाकर शेयर किया है। इन तस्वीरों में चंद्रमा के क्रेटर्स साफ-साफ दिख रहे हैं। यान चंद्रमा की ग्रैविटी में कैप्चर हो सके, इसके लिए उसकी स्पीड कम की गई। स्पीड कम करने इसरो के वैज्ञानिकों ने यान के फेस को पलटकर थ्रस्टर 1835 सेकंड यानी करीब आधे घंटे के लिए फायर किए। ये फायरिंग शाम 7:12 बजे शुरू की गई थी।
मिशन की जानकारी देते हुए इसरो ने X पोस्ट में चंद्रयान के भेजे मैसेज को लिखा था, मैं चंद्रयान-3 हूं... मुझे चांद की ग्रैविटी महसूस हो रही है। इसरो ने बताया था कि चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक चंद्रमा की कक्षा में स्थापित हो गया है।
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