एमपी की 'लाडली बहनों' के चेहरे पर आएगी मुस्कान, खाते में आने वाली है किस्त जानें कब निकाल सकती हैं?
भोपाल. अतिशेष शिक्षकों के समायोजन की प्रक्रिया से नाराज शिक्षकों के दावे-आपत्ति स्कूल शिक्षा विभाग फिर से सुनेगा। शिक्षकों से 5 से 11 अक्टूबर तक अभ्यावेदन (आपत्ति) मांगी गई हैं। संभागीय संयुक्त संचालक लोक शिक्षण की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया है, जो अभ्यावेदन का परीक्षण करेगी और संकुल प्राचार्य से दस्तावेज लेकर निर्णय लेगी। 14 से 18 अक्टूबर तक अभ्यावेदनों का निराकरण कर आदेश जारी किए जाएंगे।
अतिशेष शिक्षकों के समायोजन की प्रक्रिया से शिक्षक संतुष्ट नहीं हैं। वे कई स्तर पर गड़बड़ी की शिकायत कर चुके हैं। गुरुवार को तो भोपाल में विज्ञान विषय के शिक्षकों ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय और लोक शिक्षण संचालनालय का घेराव कर प्रदर्शन किया। ऐसे ही हालात प्रदेश के अन्य जिलों में हैं। जिसे देखते हुए लोक शिक्षण संचालनालय ने फिर से आपत्ति सुनने का निर्णय लिया है। संचालक ने कहा है कि काउंसिलिंग से पहले भी शिक्षकों की आपत्तियां सुनी गई हैं, फिर भी कुछ शिक्षक संतुष्ट नहीं हुए हैं और वे विभिन्न स्तर पर अपने अभ्यावेदन दे रहे हैं। ऐसे शिक्षकों को यह मौका दिया गया है।
संचालक ने शिक्षकों से कहा है कि आप जो भी आपत्ति कर रहे हैं, उसके प्रमाण के साथ जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में अभ्यावेदन दें। यहां एक अधिकारी की इस कार्य के लिए ड्यूटी लगाई जाएगी। अभ्यावेदन पर सुनवाई के लिए शिक्षक को समिति के सामने बुलाया जाएगा। जहां उसे आपत्ति के समर्थन में तथ्य प्रस्तुत करने होंगे। किसी मामले में संकुल प्राचार्य गलत जानकारी देते हैं, तो उनकी जिम्मेदारी भी तय की जाएगी।
10 हजार शिक्षकों ने दी ज्वाइनिंग
काउंसिलिंग में अब तक 10015 प्राथमिक, 4136 माध्यमिक और 1191 उच्च माध्यमिक स्तर के शिक्षकों ने उपस्थित होकर नवीन पदस्थापना के लिए स्कूल का चयन किया है। इनमें से 15 हजार के पदस्थापना आदेश जारी किए गए हैं, जिनमें से 10 हजार ने चयनित स्कूलों में अपनी ऑनलाइन ज्वाइनिंग दे दी है।
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