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मोदी ने 70000 को दी नौकरी, दिए जॉइनिंग लेटर 

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को युवाओं को बड़ी सौगात दी है। पीएम मोदी ने सातवें रोजगार मेले में 70000 से ज्यादा यूथ को  जॉइनिंग लेटर सौंपा। देशभर में 20 से भी ज्यादा राज्यों में 44 जगहों पर रोजगार मेले लगाए गए। मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम में शिरकत की। हस दौरान उन्होंने कांग्रेस का नाम लिए बगैर फोन बैंकिंग घोटाले का जिक्र करते हुए जमकर  हमला भी बोला।

मोदी ने जॉइनिंग लेटर पाने वाले प्रतिभागियों से कहा कि 1947 में आज (22 जुलाई) ही के दिन संविधानसभा ने तिरंगे का डिजाइन फाइनल किया था। आज के दिन आपको नौकरी मिलना प्रेरणादायक है। सरकारी नौकरी में रहते हुए हमेशा ये कोशिश करनी है कि तिरंगे की आन-बान-शान में आंच न आए।

पीएम मोदी ने देश के बैंकिंग सेक्टर पर कहा कि पिछली सरकार में फोन बैंकिंग घोटाला हुआ था, जिससे बैंकिंग सेक्टर की कमर टूट गई। 2014 में हमने बैंकिंग इंडस्ट्री को फिर खड़ा करने की कोशिश शुरू की और आज भारत का बैंकिंग सिस्टम दुनिया के सबसे मजबूत सिस्टम में गिना जाता है।

240 दिन में 4.33 लाख लोगों को नौकरी
इसके पहले 22 अक्टूबर 2022 को मोदी ने रोजगार मेले का पहला फेज शुरू किया था, तब प्रधानमंत्री कहा था, हमारा लक्ष्य देश के युवाओं को 2023 के अंत तक 10 लाख सरकारी नौकरियां देना है। मोदी ने 240 दिन में 6 रोजगार मेलों में 4 लाख 33 हजार से अधिक लोगों को जॉइनिंग लेटर दिए हैं।

इन विभागों में नौकरी 

पीएम ने जिन युवाओं को जॉइनिंग लेटर सौंपे, उनमें देशभर से चुने गए युवाओं को राजस्व, वित्तीय सेवा, डाक विभाग, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, रक्षा मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, जल संसाधन, कार्मिक और प्रशिक्षण और गृह मंत्रालय में नियुक्ति मिलेगी।

विपक्ष पर हमला, कहा—बैंकिंग सेक्टर को बर्बाद किया था

पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत उन देशों में शामिल है जहां बैंकिंग इंडस्ट्री सबसे मजबूत मानी जाती है, लेकिन 9 साल पहले ऐसे हालात नहीं थे। पिछली सरकार के दौरान हमारे बैंकिंग क्षेत्र ने बड़े पैमाने पर विनाश देखा है। आज हम डिजिटल लेनदेन करने में सक्षम हैं, लेकिन 9 साल पहले जो सरकार थी, उस दौरान फोन बैंकिंग 140 करोड़ लोगों के लिए नहीं थी।

मोदी ने कांग्रेस का नाम लिए बगैर कहा कि जो लोग एक खास परिवार के करीबी थे, वे बैंकों को फोन करते थे और उन्हें हजारों करोड़ रुपए के लोन मिल जाते थे। ये लोन कभी चुकाए नहीं जाते थे। इनकी भरपाई के लिए और लोन दिए जाते थे। यह फोन बैंकिंग घोटाला पिछली सरकार के दौरान हुए सबसे बड़े घोटालों में से एक था। इससे बैंकिंग सेक्टर की कमर टूट गई।

2014 में हमने बैंकिंग क्षेत्र को पुनर्जीवित करना शुरू किया। देश में सरकारी बैंकों के प्रबंधन को मजबूत किया। कई छोटे बैंकों को मिलाकर बड़े बैंक बनाए। सरकार ने दिवालियापन संहिता कानून इसलिए बनाया, ताकि कोई बैंक बंद हो तो उसे कम से कम नुकसान हो।

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