एमपी की 'लाडली बहनों' के चेहरे पर आएगी मुस्कान, खाते में आने वाली है किस्त जानें कब निकाल सकती हैं?
नई दिल्ली. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और प्रतिस्पर्धा पर मार्केट स्टडी करने के लिए रिक्वेस्ट फार प्रपोजल (आरएफपी) जारी करने के बाद, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने अब इसके लिए एजेंसी के चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली है। मैनेजमेंट डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट सोसाइटी (एमडीआईएस) को मार्केट स्टडी के लिए नियुक्त किया गया है। इस संबंध में, सीसीआई और एमडीआईएस के बीच एक समझौता 09.09.2024 को हस्ताक्षरित किया गया।
दरअसल, कुछ प्रमुख एआई प्रणालियों और उनके संबंधित बाजारों/ईकोसिस्टम को समझने का प्रयास करना, जिसमें एआई कारक/हितधारक, आवश्यक इनपुट/संसाधन, मूल्य श्रृंखलाएँ, बाजार संरचनाएँ और प्रतिस्पर्धा के पैरामीटर शामिल हैं। बाजारों/ईकोसिस्टम में उभरते हुए और संभावित प्रतिस्पर्धा मुद्दों, यदि कोई हैं, का आकलन करना। एआई एप्लीकेशन/प्रयोग के दायरे एवं प्रकृति का अध्ययन करना और प्रतिस्पर्धा की दृष्टि से उससे संबंधित अवसरों, जोखिमों और परिणामों का आकलन करना
भारत और अन्य प्रमुख न्यायिक क्षेत्रों में एआई प्रणालियों और अनुप्रयोगों को विनियमित करने वाले मौजूदा और विकसित हो रहे नियामक/कानूनी ढाँचे को समझने का प्रयास करना। एआई और प्रतिस्पर्धा के बीच आने जैसे मुद्दों की समग्र समझ के लिए सभी संबंधित व जरूरी हितधारकों तक पहुंचना। एआई के रुझानों और पैटर्न को समझना और एआई व बाजारों में इसके अनुप्रयोग के संबंध में आयोग के प्रवर्तन और वकालत संबंधी प्राथमिकताओं का पता लगाना।
सीसीआई पर एक नजर
सीसीआई एक वैधानिक प्राधिकरण है जिसे प्रतिस्पर्धा एक्ट 2002 (एक्ट) के तहत स्थापित किया गया है। अधिनियम की धारा 18 आयोग को यह जिम्मेदारी देती है कि वह प्रतिस्पर्धा पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले चलन को खत्म करे, प्रतिस्पर्धा को बनाए रखे और बढ़ावा दे, उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करे और भारत में बाजारों में अन्य प्रतिभागियों द्वारा किए जा रहे व्यापार की स्वतंत्रता सुनिश्चित करे।
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