एमपी की 'लाडली बहनों' के चेहरे पर आएगी मुस्कान, खाते में आने वाली है किस्त जानें कब निकाल सकती हैं?
भोपाल. प्रदेश में स्कूल शिक्षा में गुणवत्ता में सुधार और शिक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ बनाने के लिए पीएमश्री योजना सितम्बर 2022 से शुरु की गई है। शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए पीएमश्री योजना में केन्द्र एवं राज्य के सहयोग से संयुक्त प्रयास किये जा रहे है। प्रदेश में वर्तमान में 553 स्कूल पीएमश्री योजना में लिए गये है।
पीएमश्री योजना में प्रदेश के प्रत्येक विकासखण्ड से दो हायर सेकंडरी, हाईस्कूल या माध्यमिक और प्राइमरी स्कूलों का चयन किया जा कर इन विद्यालयों को इसप्रकार विकसित किया जा रहा है, जिससे यह स्कूल आसपास के अन्य स्कूलों के लिए उत्कृष्ठता का उदाहरण बनकर कार्य कर सकें। पीएमश्री स्कूलों में वाटिका का विकास,राष्ट्रीय आविष्कार अभियान,स्कूलों में व्यवसायिक शिक्षा,खेलने की सुविधा और लाइब्रेरी, लैब की व्यवस्था की जा रही है।
योजना के पहले चरण में 416 स्कूलों का चयन किया गया, जिसमें प्रदेश की 14 प्राथमिक शाला 91 माध्यमिक शाला 116 हाई स्कूल और 195 हायर सेकंडरी स्कूल शामिल हैं। इन स्कूलों में करीब 2 लाख 50 हजार विद्यार्थी दर्ज है, इन विद्यालयों के लिए करीब 220 करोड़ की राशि मंजूर की गई है। केन्द्र सरकार के दूसरे चरण में 137 स्कूलों का चयन किया गया है। इसमें 13 माध्यमिक शाला,52 हाई स्कूल और 72 हायर सेकेंडरी स्कूल शामिल है। इन पीएमश्री स्कूलों में 91 हजार 981 विद्यार्थी दर्ज है।
पीएमश्री स्कूलों को ग्रीन स्कूल के तर्ज पर विकसित किया जा रहा है, एवं छात्र-छात्राओं को डिजिटल लाइब्रेरी, आईसीटी लैब और स्मार्ट क्लास की सुविधा दी गई है। पीएमश्री स्कूलों का मिशन ऐसे आदर्श स्कूल तैयार करना है जहां हर छात्र को अपनापन लगे और महसूस हो कि उसका ध्यान रखा जाता है। इन स्कूलों में एक सुरक्षित और प्रेरक सीखने का माहौल रखा जाता है, इन स्कूलों में सभी छात्रों को अच्छा भौतिक बुनियादी ढॉचा और सीखने के लिए उपयुक्त संसाधन उपलब्ध कराये जा रहे है।
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