एमपी की 'लाडली बहनों' के चेहरे पर आएगी मुस्कान, खाते में आने वाली है किस्त जानें कब निकाल सकती हैं?
भोपाल. मातृभूमि सेवा संगठन के संरक्षक संजीव सक्सेना एवं प्रवीण सक्सेना के नेतृत्व में रविवार को शाम 6:30 बजे माता मंदिर चौराहे पर आयोजित कैंडल मार्च और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में स्वयंसेवी कार्यकर्ता, युवा, छात्र-छात्राओं एवं महिलाओं ने भाग लिया। इस दौरान कोलकाता में 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर के साथ घटित बर्बरता के खिलाफ शोक और आक्रोश व्यक्त किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित इंजीनियर संजीव सक्सेना ने कहा कि हम इस भयानक घटना की कड़ी निंदा करते हैं और चाहते हैं कि समाज में ऐसी घटनाओं पर पूरी तरह से अंकुश लगे। हमने देखा है की कोविड के समय किस तरह डॉक्टर्स ने अपने जान पर खेल कर हम लोगों की जान बचाई है, डॉक्टर्स का सम्मान होना चाहिए। आंकड़े गवाह हैं कि लगभग 75% बलात्कार शराब के नशे में किया जाता है, अतः शराब सहित समस्त नशे पर सरकार एवं समाज की तरफ से पूर्णतः बहिष्कार किया जाना चाहिए। हमारी यह जिम्मेदारी है कि हम समाज में जागरूकता फैलाएं और महिलाओं की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करें। साथ ही उन्होंने उपस्थित युवाओं को संकल्प दिलाया की हम जब भी अपने परिजनों का इलाज कराने जाएंगे डॉक्टर्स का सम्मान करेंगे और साथ ही यह सुनिश्चित करेंगे की आसपास के डॉक्टर्स का सम्मान हो, साथ ही अपने आसपास महिलाओं के प्रति हो रहे अत्याचार के खिलाफ भी सजग रहेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे की हर हाल में महिलाओं का सम्मान हो।
मार्च के दौरान सभी के हाथों में नारों से भरी तख्तियां थीं, जिन पर लिखा था, डॉक्टर धरती पर भगवान का रूप हैं, डॉक्टरों के साथ सम्मानजनक व्यवहार करें, नशे को कहें ना, नारी का सम्मान करो, कुछ पल का नशा सारी उम्र की सजा।
इस कार्यक्रम में इंजीनियर संजीव सक्सेना और प्रवीण सक्सेना सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
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