एमपी की 'लाडली बहनों' के चेहरे पर आएगी मुस्कान, खाते में आने वाली है किस्त जानें कब निकाल सकती हैं?
भोपाल. रोजाना की तरह आप सुबह मार्निंग वॉक पर निकलें और सामने बाघ के दर्शन हो जाएं। कल्पना कर सकते हैं, आगे क्या होगा। जी हां, आपने सही पढ़ा। यह कोई फिल्मी सीन नहीं, बल्कि हकीकत है। ऐसा ही वॉकया राजधानी में सामने आया है।
दरअसल, राजधानी में शुक्रवार 10 जनवरी को सुबह चंदनपुरा में मॉर्निंग वॉक करने वालों को दो बाघों के दर्शन हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बाघ सड़क पार कर रहा था, तभी उसे बचाने के प्रयास में एक स्कॉर्पियो गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त भी हो गई। हालांकि, घटना के समय गाड़ी में कोई सवार नहीं था।
बाघ मित्र राशिद नूर ने बताया कि घटना के बाद उसने वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी। हालांकि, जिला वन अधिकारी यानी डीएफओ और वन विभाग के अन्य अधिकारियों ने कॉल रिसीव नहीं की। इसी दौरान चंदनपुरा सड़क से सटे राजधानी परियोजना क्षेत्र में बाघ ने एक गाय का शिकार भी किया। मौके पर जाकर घटना की तस्वीरें खींची जहां पंजों के निशान भी दिखे।
चंदनपुरा क्षेत्र में 22 से अधिक बाघों का मूवमेंट
जानकारी के मुताबिक, यह क्षेत्र चंदनपुरा बाघ भ्रमण क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जहां 22 से अधिक बाघों का नियमित मूवमेंट होता है। इसके बावजूद, नगर निगम द्वारा इस क्षेत्र में लाइटें लगाई गई हैं और प्रतिदिन 400 से अधिक डंपर यहां से गुजरते हैं।
पुख्ता प्रबंध नहीं
आलम यह है कि वन विभाग में सूचना देने के बाद भी विभागीय अमला अलर्ट नहीं हुआ। विभाग अमले द्वारा घटनास्थल के आसपास कोई प्रबंध नहीं किए गए, ताकि आने वाले समय में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के साथ ही बाघ के शिकार की घटनाओं को रोका जा सके। हालांकि, बाद में वन अमले ने बेरिकेट्स लगाकर बंद रास्ता बंद कर दिया है।
दशहत में रहवासी
चंदनपुरा में बाघ द्वारा गाय का शिकार करने के बाद रहवासी दहशत में हैं। लोगों को डर सता रहा है कि इस तरह खुले में बाघों के विचरण करने के कारण किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।
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