एमपी की 'लाडली बहनों' के चेहरे पर आएगी मुस्कान, खाते में आने वाली है किस्त जानें कब निकाल सकती हैं?
भोपाल. वनों एवं वन्य जीवों की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले वन विभाग के कर्मचारियों के परिवारों को देय अनुग्रह राशि 10 लाख रुपए से बढ़ाकर 25 लाख रुपए की जाएगी। वन विभाग के कर्मचारियों को 5,000 रुपए वर्दी भत्ता और 1,000 रुपए पौष्टिक आहार भत्ता भी दिया जाएगा। मुख्यमंत्री आवास पर वन विभाग के अल्प वेतनभोगी एवं अनियमित कर्मचारियों जैसे महावत, कटर एवं अन्य अनियमित कर्मचारियों से संवाद कर उनकी समस्याओं के समाधान एवं उनके कल्याण एवं बेहतरी के प्रयास किए जाएंगे।
राष्ट्रीय वन शहीद दिवस हर वर्ष मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने 11 सितंबर को यहां राष्ट्रीय वन शहीद दिवस पर राज्य वन शहीद स्मारक पर ये घोषणाएं कीं। उन्होंने चंदनपुरा सिटी फॉरेस्ट का वर्चुअल उद्घाटन भी किया।चौहान ने वन क्षेत्र बढ़ाने में योगदान के लिए वन विभाग को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश वन-संपन्न राज्य है। चौहान नवनिर्मित वन भवन में आयोजित वन महोत्सव में शामिल हुए। चौहान ने 44 शहीद वनकर्मियों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी और शॉल एवं श्रीफल भेंट कर उनका सम्मान किया।
वन मंत्री श्री शाह ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को अश्वगंधा का पौधा भेंट कर उनका स्वागत किया। चौहान ने सिटी फॉरेस्ट चंदनपुरा की गतिविधियों, वन शहीद स्मारिका 2023, मध्य प्रदेश के सभी सिटी फॉरेस्ट की स्मृति चिन्ह और मध्य प्रदेश इको टूरिज्म बोर्ड की गतिविधियों पर केंद्रित पुस्तिका 'अनुभूति' का विमोचन किया। चंदनपुरा नगर वन पर आधारित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई। बैठक में वन राज्य मंत्री राहुल सिंह लोधी, अपर मुख्य सचिव वन जेएन कंसोटिया, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख रमेश कुमार गुप्ता एवं वन अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के खतरे यह साबित करते हैं कि पर्यावरण संरक्षण के लिए दुनिया को भारत के बताये रास्ते पर चलना होगा। उन्होंने मत्स्य पुराण का हवाला देते हुए कहा कि दस तालाब एक पुत्र के समान हैं और दस पुत्र एक वृक्ष के समान हैं। भारतीय संस्कृति में वृक्ष को भगवान तुल्य माना गया है। तुलसी, पीपल, आंवला को काटना अशुभ होता है। यदि पेड़-पौधे नहीं होंगे तो मानव जीवन भी नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश ने वन संपदा का बहुत अच्छा संरक्षण किया है। देश में सर्वाधिक वन क्षेत्र मध्य प्रदेश में है, जो राज्य के क्षेत्रफल का 30 प्रतिशत तथा देश के कुल वन क्षेत्र का 12.30 प्रतिशत है। वन्य प्राणियों की सुरक्षा में हम उत्कृष्ट हैं। मध्य प्रदेश देश का टाइगर स्टेट है, लेकिन यहां तेंदुए, घड़ियाल और गिद्ध भी अच्छी संख्या में हैं। चीतों का भी पुनर्वास किया गया है।
सरकार वन कर्मियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध
चौहान ने कहा कि देश उन लोगों का ऋणी है जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर वनों की रक्षा की। वन कर्मी अपने परिवार से दूर रहकर कठिन परिस्थिति में खतरे के बीच अपना कर्तव्य निभाते हैं। राज्य सरकार उनकी सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
वर्षा के लिए महाकाल महाराज का आभार
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अल्प वर्षा के कारण अकाल की स्थिति उत्पन्न होने से संकट उत्पन्न होता दिख रहा है। ऐसे में उसने महाकाल महाराज की शरण ली और राज्य में बारिश की प्रार्थना की और उनकी कृपा से बारिश हुई. पिछले एक सप्ताह से राज्य के कोने-कोने में हो रही बारिश से फसलों को नया जीवन मिला है और हम सूखे से बच गये हैं. मैं उज्जैन गया और भगवान महाकाल को इस कृपा के लिए धन्यवाद दिया।
वनों और वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए सख्त कानून की जरूरत: शाह
वन मंत्री विजय शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश को अपना परिवार मानकर चला रहे हैं। उनकी संवेदनशील कार्यशैली से समाज के सभी वर्गों को लाभ मिल रहा है। मंत्री शाह ने प्रदेश में वनों और वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए और अधिक कड़े कानून बनाने की आवश्यकता जताई और संपूर्ण वन भवन वन विभाग को प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।
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