एमपी की 'लाडली बहनों' के चेहरे पर आएगी मुस्कान, खाते में आने वाली है किस्त जानें कब निकाल सकती हैं?
भोपाल. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अधर्म पर धर्म की विजय के प्रतीक विजयादशमी पर्व पर मुख्यमंत्री निवास में शस्त्र-पूजन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पारंपरिक वस्त्र धोती कुर्ता धारण कर वैदिक विधि से शक्ति स्वरूपा मां काली की पूजा-अर्चना की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मुख्यमंत्री निवास पर शक्ति, साहस और विजय के प्रतीक के रूप में शस्त्रों का पूजन किया गया। मुख्यमंत्री सुरक्षा अधिकारी और कर्मचारियों सहित सभी स्टाॅफ शस्त्र-पूजन का हिस्सा बने।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विजयादशमी पर शस्त्र-पूजन का महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व है, जो हिंदू सनातन परंपरा से जुड़ा हुआ है। यह व्यक्ति को उसके कर्तव्यों के प्रति जागरूक करता है और अधर्म के खिलाफ संघर्ष की प्रेरणा देता है।
लोकमाता देवी अहिल्या बाई का जीवन सभी के लिए अनुकरणीय
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने "दशहरे" के पावन पर्व की प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि युग-युग से विजय का प्रतीक दशहरे का पर्व हमें हमारी सनातन संस्कृति से जोड़ता है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्या बाई के 300वीं जयंती वर्ष में पूरे प्रदेश में लोकमाता को समर्पित दशहरा उत्सव मनाया जा रहा है। लोकमाता देवी अहिल्या बाई ने अपने शासनकाल में राज्य की अभेद्य सुरक्षा के साथ जनता की सेवा और समर्पण का श्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत किया है।
उनके राज्य पर कभी आक्रमण नहीं हुआ और अखंड भारत की मंगलकामना करते हुए सुशासन के नए प्रतिमान गढ़ते हुए उन्होंने शासन चलाया। उनका जीवन हम सभी के लिए अनुकरणीय है।
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