एमपी की 'लाडली बहनों' के चेहरे पर आएगी मुस्कान, खाते में आने वाली है किस्त जानें कब निकाल सकती हैं?
भोपाल. भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने मध्य प्रदेश नर्सिंग काउंसिल की रजिस्ट्रार अनीता चांद को तत्काल प्रभाव से पद से हटाने की मांग की है। इसे लेकर छात्र संगठन ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखा है। NSUI ने यह मांग उच्च न्यायालय के उस आदेश के बाद उठाई है जिसमें अनीता चांद के विरुद्ध गंभीर आरोपों की जांच के निर्देश दिए गए हैं।
एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने बताया कि अनीता चांद पर यह आरोप है कि उन्होंने निरीक्षण के दौरान कई ऐसे नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता दी, जो मानकों के अनुसार सुटेबल नहीं थे। उनके इस कदम से प्रदेश की नर्सिंग शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठे हैं। एनएसयूआई का मानना है कि रजिस्ट्रार के पद पर रहते हुए वह जांच प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती हैं और काउंसिल के दस्तावेजों में छेड़छाड़ या उन्हें गायब करवाने की संभावना भी बनी रहती है, जिससे निष्पक्ष जांच संभव नहीं हो पाएगी।
रवि परमार ने कहा, जांच की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए हम चाहते हैं कि अनीता चांद को रजिस्ट्रार के पद से तत्काल हटाया जाए। इससे यह सुनिश्चित होगा कि जांच प्रक्रिया स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से संचालित हो सके।” परमार ने दावा किया कि यदि ठीक से नर्सिंग घोटाले की जांच की जाएगी तो चांद के सारे काले करतूत सामने आएंगे।
एनएसयूआई ने मुख्यमंत्री से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की अपील की है ताकि शिक्षा क्षेत्र में पारदर्शिता और गुणवत्ता को पुनः स्थापित किया जा सके।
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