एमपी की 'लाडली बहनों' के चेहरे पर आएगी मुस्कान, खाते में आने वाली है किस्त जानें कब निकाल सकती हैं?
भोपाल. पूर्व आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा भ्रष्टाचार मामले की चल रही जांच में लोकायुक्त पुलिस ने मामले से जुड़े छह लोगों को नोटिस जारी किया है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि इनमें शर्मा की पत्नी, उनकी मां, रिश्तेदार, कारोबारी साझेदार और सहयोगी शामिल हैं।
पुलिस ने इन लोगों को अपराध की आय के संदिग्ध लाभार्थी या कथित तौर पर इन आय को सफेद करने में मदद करने वाले लोगों के रूप में नामित किया है। आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की गई तलाशी के बाद लोकायुक्त पुलिस को और भी नामों का पता चला है।
आगे की जांच में शर्मा की पत्नी दिव्या शर्मा, उनकी मां, उनके सहयोगी विनय हसवानी और कारोबारी साझेदार समेत और लोगों की पहचान हुई है। अन्य उल्लेखनीय नामों में भोपाल में उनके रिश्तेदार शामिल हैं, जिनमें जबलपुर के रोहित तिवारी, ग्वालियर के केके अरोड़ा और भोपाल के डॉ. श्याम अग्रवाल का नाम शामिल है।
सूत्रों का कहना है कि रोहित तिवारी शर्मा के रिश्तेदार हैं और उन्होंने कथित तौर पर तिवारी की कंस्ट्रक्शन फर्म ओमेगा रियलकॉन प्राइवेट लिमिटेड में काफी रकम निवेश की है। पूर्व वरिष्ठ उप-पंजीयक केके अरोड़ा को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। सौरभ शर्मा, चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल को लोकायुक्त पुलिस ने 19 दिसंबर, 2024 को दर्ज एक मामले से संबंधित भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत 28 जनवरी को गिरफ्तार किया था।
लोकायुक्त पुलिस द्वारा मामले से जुड़े आधा दर्जन लोगों को नोटिस दिए जाने के बावजूद, उनमें से कोई भी अपना बयान दर्ज कराने के लिए नहीं आया। इनमें से कुछ लोगों को कोहेफिजा थाने में शर्मा से मिलते देखा गया है, लेकिन न तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया और न ही वे अपना बयान दर्ज कराने आए।
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