एमपी की 'लाडली बहनों' के चेहरे पर आएगी मुस्कान, खाते में आने वाली है किस्त जानें कब निकाल सकती हैं?
भोपाल. मध्यप्रदेश में आदिवासी युवाओं के साथ अश्लील हरकत का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब ताजा मामला प्रशासनिक अधिकारी की हरकत का सामने आया है। राज्य प्रशासनिक सेवा (राप्रसे) के अधिकारी और झाबुआ जिले में एसडीएम के रूप में पदस्थ सुनील कुमार झा को आदिवासी गर्ल्स हॉस्टल में रंगीन मिजाजी और नाबालिग छात्राओं से अश्लील हरकत के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। एसडीम झा के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी भी की गई है।
दरअसल, झाबुआ के आदिवासी गर्ल्स हॉस्टल में एक रंगीन मिजाज एसडीएम के खिलाफ झाबुआ पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। एसडीएम सुनील कुमार झा ने गर्ल्स होस्टल की छात्राओं से अश्लील सवाल पूछे थे। कलेक्टर तक इसकी शिकायत पहुंची तो जांच में आरोप सही पाए गए। रात को एसडीएम के खिलाफ प्रकरण दर्ज हुआ और उसे गिरफ्तार भी कर लिया है। संभागायुक्त ने एसडीएम को निलंबित भी किया गया है। पुलिस के अनुसार एसडीएम झा क्षेत्र के जनजाति हॉस्टल में गए थे।
उन्होंने छात्रावास अधीक्षका को कक्ष से बाहर जाने के लिए कहा, इसके बाद उन्होंने एक नाबालिग छात्रा के कंधे पर हाथ रखकर पूछा कि नाश्ता दोनों समय मिलता है। छात्रा ने हां में जवाब दिया। इसके बाद एक अन्य छात्रा बाथरूम से नहाकर कक्ष में आई तो एसडीएम उसके पास चले गए और उसे पलंग पर बैठने को कहा। फिर खुद भी पलंग पर उसके पास बैठ गए। उसके बालों को सूंघ कर पूछा कि कौन सा तेल लगाती हो? छात्रा ने जवाब दिया कि आंवले का तेल लगाती हूं।
एसडीएम ने छात्रा का माथा चूम लिया और पूछा कि तुम्हे पीरियड कौन सी डेट को आते हैं। इसके बाद वे रूम से जाने लगे और पलट कर पूछा कि मैं जाता हूं, को संस्कृत में कैसे कहा जाता है। छात्राओं ने जबाव नहीं दिया तो एक छात्रा के पास आकर उसका गाल जोर से खींचा। उधर, हॉस्टल की तीन नाबालिग छात्राओं ने पुलिस से बताया कि एसडीएम बैड टच कर रहे थे। जब इसका पता होस्टल अधीक्षका को चला तो उन्होंने थाने में एसडीएम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। एसडीएम को निलंबित भी कर दिया है। झाबुआ सांसद जीएस डामोर ने कहा कि एसडीएम के खिलाफ आई शिकायत के बाद जांच हुई थी।
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