एमपी की 'लाडली बहनों' के चेहरे पर आएगी मुस्कान, खाते में आने वाली है किस्त जानें कब निकाल सकती हैं?
भोपाल. मध्यप्रदेश में पटवारी भर्ती में भ्रष्टाचार का मामला थमता नहीं दिख रहा है। पूर्व मंत्री एवं विधायक पीसी शर्मा ने सोमवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के सभागार में कहा कि युवाओं एवं विद्यार्थियों के भविष्य के लिए काल बन चुकी बीजेपी युवाओं को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। व्यापमं घोटाले की हैट्रिक लगाते हुए व्यापम-3 घोटाला, जो पटवारी भर्ती परीक्षा के माध्यम से सामने आया है।
पटवारी भर्ती परीक्षा जिसके दिसंबर 2022 से जनवरी 2023 तक फॉर्म भरे गए, पहले तो बड़े पैमाने पर फीस भाजपा सरकार ने इसमें ले ली, इसके बाद चुनावी वर्ष में 15 मार्च से 26 अप्रैल तक इस परीक्षा का आयोजन किया गया, जिसमें बीजेपी के विधायक के कॉलेज में कई सारे सफल अभ्यर्थियों को परीक्षा दिलवाई गई, इसके बाद 1 जुलाई 2023 को भर्ती परीक्षा के परिणाम आए और परिणाम आते ही प्रदेश भर के अभ्यर्थी राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगे।
शर्मा ने कहा कि बीजेपी सरकार ने पहले मामले को दबाने की कोशिश की, लेकिन कांग्रेस एवं प्रदेश के युवाओं के बढ़ते विरोध को देख पहले डराने धमकाने की कोशिश की, पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया एवं अंत में सीएम शिवराज चौहान को यह मानना पड़ा कि इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है एवं 13 जुलाई को शिवराज जी ने ट्वीट के माध्यम से इस भर्ती पर रोक लगाने की बात कही। 19 जुलाई को इस बाबत एक सदस्यीय जांच आयोग की घोषणा की गई परंतु अभी ऐसी खबरें आई हैं कि जांच आयोग को ठीक से काम नहीं करने दिया जा रहा है।
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