एमपी की 'लाडली बहनों' के चेहरे पर आएगी मुस्कान, खाते में आने वाली है किस्त जानें कब निकाल सकती हैं?
भोपाल. मध्यप्रदेश विधानसभा का मंगलवार से मानसून सत्र शुरू हो चुका है। 15वीं विधानसभा का यह आखिरी सत्र है। इसके पहले दिन प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में आदिवासियों और दलितों से मारपीट और उत्पीड़न की घटनाओं को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर रहा। विपक्ष ने सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है। सतना जिले की रैगांव से कांग्रेस विधायक कल्पना वर्मा टमाटर और मिर्च की माला पहनकर विधानसभा पहुंचीं। उधर, कांग्रेस ने सीधी पेशाब कांड को लेकर भी सरकार को कटघरे में खड़ा किया। विपक्ष के हंगामे पर नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि यह मौसमी महंगाई है। कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है। महंगाई सिर्फ मध्यप्रदेश में नहीं है, राजस्थान में तो कांग्रेस की सरकार है, वहां क्या फ्री मिल रहा है।
लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा, क्या कांग्रेस के काल में सब्जियों के भाव नहीं बढ़ते। पहले महंगाई को लेकर सरकार गिर जाया करती थी। यह आदिकाल से होता आ रहा है। संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने कहा, टमाटर 100 से 70 पर आया है। जल्द भाव नियंत्रित होंगे। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा, हमारे आदिवासी के सिर पर भाजपा नेता पेशाब करते हैं, महाकाल लोक में लूटमार की, सतपुड़ा भवन में दस्तावेज जला दिए। इन प्रमुख मुद्दों पर विधानसभा में चर्चा करेंगे।
कई कांग्रेस नेताओं का सदन से वॉकआउट
विस सदन की कार्यवाही शुरू होते ही पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने कहा- सरकार सीधी पेशाब कांड पर चर्चा नहीं करना चाहती। उन्होंने कहा, मुझे लगता है चेंबर में निर्णय हो गया होगा आदिवासी भाई बहनों पर, आसंदी सरकार के आगे नतमस्तक है। इस बीच विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी। विजय चौरे ने कहा, मेरी विधानसभा में 12 साल की आदिवासी बच्ची से रेप हुआ। विपक्ष सीधी पेशाबकांड पर चर्चा के लिए अड़ गया। कई कांग्रेस नेताओं ने वॉकआउट कर दिया। कमलेश्वर पटेल ने कहा कि सारी कार्यवाही रोककर आदिवासी अत्याचार के मामले पर चर्चा कराई जाए।
सीधी पेशाब कांड का मुद्दा उठा
शून्यकाल में सीधी पेशाब कांड का मुद्दा उठाते हुए नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा- घटना से सभी आहत हैं। पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा- प्रदेश में ऐसे 90% मामले सामने नहीं आ पाते। यह केंद्र के आंकड़े कह रहे हैं। सज्जन सिंह वर्मा ने कहा- संसदीय कार्य मंत्री आप बड़े विद्वान हैं, मैं आपसे असत्य बोलने की उम्मीद नहीं कर सकता। सदन में हंगामा होने पर कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।
दिवंगत नेताओं, बेलेश्वर हादसे के मृतकों को श्रद्धांजलि
मानसून सत्र के पहले दिन दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई। पूर्व विधायक मधुकर हर्षे, रमेश शर्मा का बीते दिनों निधन हो गया था। पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल, पूर्व केंद्रीय मंत्री रतनलाल कटारिया और पूर्व मुख्य सचिव निर्मला बुच को भी श्रद्धांजलि दी गई। 30 मार्च को इंदौर के बेलेश्वर मंदिर की बावडी धंसने से मृत लोगों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। दो मिनट मौन के बाद सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित की गई।
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