एमपी की 'लाडली बहनों' के चेहरे पर आएगी मुस्कान, खाते में आने वाली है किस्त जानें कब निकाल सकती हैं?
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेरोधा के को-फाउंडर निखिल कामत के साथ पॉडकास्ट किया। 9 जनवरी को इसका ट्रेलर आया। शुक्रवार को पूरा वीडियो रिलीज किया गया। इसमें पीएम मोदी कहते हैं कि उनसे भी गलतियां होती हैं वे मनुष्य हैं, देवता नहीं। यह पीएम मोदी का पहला पॉडकास्ट इंटरव्यू है। मोदी ने आगे कहा, मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो असफलता पर रोते हुए अपना जीवन बिता दूं। हर पल जोखिम उठाना पड़ता है।
इस इंटरव्यू में पीएम दुनिया में युद्ध की स्थिति, राजनीति में युवाओं की भूमिका, अपने पहले और दूसरे कार्यकाल के अनुभवों और व्यक्तिगत सोच पर चर्चा करते नजर आ रहे हैं। राजनीति में युवाओं के आने पर उन्होंने कहा कि युवा राजनीति में मिशन लेकर आएं, एंबिशन (महत्वाकांक्षा) लेकर नहीं।
वीडियो में कामत कहते हैं- 'मैं यहां आपके सामने बैठा हूं और बात कर रहा हूं, मुझे घबराहट हो रही है। यह मेरे लिए एक कठिन बातचीत है।' इस पर पीएम मोदी ने जवाब दिया कि- 'यह मेरा पहला पॉडकास्ट है, मुझे नहीं पता कि यह आपके दर्शकों को कैसा लगेगा।' पीएम मोदी ने भी ट्रेलर को पोस्ट करते हुए लिखा- 'मुझे आशा है कि आप सभी इसका उतना ही आनंद लेंगे, जितना हमें आपके लिए इसे बनाने में आया!'
चीनी राष्ट्रपति और मेरे बीच गहरे संबंध
अपने पहले कार्यकाल को लेकर पीएम ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बातचीत के बारे में एक दिलचस्प किस्सा शेयर किया। पीएम ने कहा- जब मैं 2014 में पीएम बना, तो दुनिया भर के नेता शिष्टाचार भेंट करते हैं। चीनी राष्ट्रपति शी ने भी शिष्टाचार भेंट की, जिसमें उन्होंने कहा कि वे भारत आना चाहते हैं। मैंने कहा ‘आपका स्वागत है, आपको अवश्य आना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं गुजरात, आपके गांव वडनगर का दौरा करना चाहता हूं। उन्होंने कहा ‘आप जानते हैं क्यों? मेरे और आपके बीच एक विशेष बंधन है’उन्होंने कहा कि चीनी दार्शनिक ह्वेन त्सांग आपके गांव में सबसे लंबे समय तक रहे और जब वे चीन लौटे, तो वे मेरे गांव में रहे।
और फिर मैने जीवन का मंत्र बना लिया
प्रधानमंत्री ने कहा कि वे इंसान हैं, भगवान नहीं और वे भी गलतियां करते हैं। पीएम मोदी ने कहा, "जब मैं सीएम बना था, तब मैंने अपने एक भाषण में कहा था कि मैं अपनी कोशिशों में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा। मैं इंसान हूं, मुझसे गलतियां हो सकती हैं, लेकिन मैं गलत इरादे से गलतियां नहीं करूंगा। मैंने इसे अपने जीवन का मंत्र बना लिया है।
युवा मिशन लेकर राजनीति में आएं
पीएम ने कहा, एक राजनेता बनना और दूसरा सफल राजनेता बनना। मेरा मानना है कि आपको समर्पित, प्रतिबद्ध होना चाहिए, अच्छे और बुरे समय में जनता के साथ रहना चाहिए, टीम के खिलाड़ी की तरह काम करना चाहिए। यदि आप खुद को सबसे ऊपर मानते हैं और सोचते हैं कि हर कोई आपका अनुसरण करेगा, तो हो सकता है कि उसकी राजनीति काम कर जाए और वह चुनाव जीत जाए, लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं है कि वह एक सफल राजनेता होगा।
गोधरा ट्रेन अग्निकांड पर 2002 के गोधरा कांड को याद करते हुए, जिसमें 59 लोगों की जान चली गई थी, पीएम मोदी ने कहा कि जब यह घटना हुई थी, तब वह पहली बार विधायक बने थे। पीएम ने कहा कि मैं गोधरा जाना चाहता था लेकिन वहां केवल एक ही हेलीकॉप्टर था... मुझे लगता है कि यह ओएनजीसी का था। चूंकि यह सिंगल इंजन था इसलिए इसमें किसी VIP को जाने की अनुमति नहीं थी, लेकिन मैं गोधरा गया मैंने वह दर्दनाक दृश्य देखा। मैंने खुद को नियंत्रित करने के लिए जो कुछ भी कर सकता था, किया।
ओडिशा में मोदी बोले-भविष्य युद्ध में नहीं बुद्ध में है
अमेरिकी सरकार ने मुझे वीजा देने से मना कर दिया था, तब मैं विधायक था। एक व्यक्ति के तौर पर, अमेरिका जाना कोई बड़ी बात नहीं थी, मैं पहले भी वहां गया था; लेकिन मुझे एक निर्वाचित सरकार और देश का अपमान महसूस हुआ और मेरे मन में दुविधा थी कि क्या हो रहा है। पीएम मोदी ने कहा, "उस दिन मैंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें मैंने कहा कि अमेरिकी सरकार ने मेरा वीजा खारिज कर दिया है। मैंने यह भी कहा कि मैं एक ऐसा भारत देख रहा हूं, जहां दुनिया वीजा के लिए कतार में खड़ी होगी, यह मेरा 2005 का बयान है और आज हम 2025 में खड़े हैं। इसलिए, मैं देख सकता हूं कि अब समय भारत का है।
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