एमपी की 'लाडली बहनों' के चेहरे पर आएगी मुस्कान, खाते में आने वाली है किस्त जानें कब निकाल सकती हैं?
हैदाराबाद. आंध्र प्रदेश अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने 9 सितंबर को कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू 371 करोड़ रुपए के कौशल विकास घोटाले में मुख्य साजिशकर्ता और आरोपी नंबर 1 थे। एजेंसी ने आगे कहा कि सरकारी आदेश नायडू के निर्देशों के तहत जारी किया गया था, जिसका उद्देश्य सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाना और निजी व्यक्तियों को लाभ पहुंचाना था।
पूर्व सीएम को घोटाले के सिलसिले में सीआईडी ने सुबह करीब 6 बजे नंदयाला शहर के ज्ञानपुरम में आरके फंक्शन हॉल से गिरफ्तार किया था। अपनी रिमांड रिपोर्ट में सीआईडी ने कहा है कि अब तक की जांच के अनुसार, छह कौशल विकास समूहों पर निजी संस्थाओं द्वारा खर्च की गई कुल राशि विशेष रूप से एपी सरकार और एपी कौशल विकास केंद्र द्वारा उन्नत धनराशि से प्राप्त की गई है, जो कुल मिलाकर 371 करोड़ रुपए है।
सीआईडी ने आरोप लगाया कि जांच में मुख्य आरोपी नायडू के साथ-साथ तेलुगु देशम पार्टी को भी गबन किए गए धन के लाभार्थियों के रूप में दर्शाया गया है। इसमें कहा गया है कि नायडू को इस योजना के पीछे मुख्य साजिशकर्ता माना जाता है, जो शेल कंपनियों के माध्यम से निजी संस्थाओं को सार्वजनिक धन के हस्तांतरण की योजना बनाते हैं, जिसके परिणाम स्वरूप सार्वजनिक खजाने को नुकसान होता है और निजी लाभ होता है। विकास खानविलकर जैसे व्यक्तियों के पास नकदी सहित, दुरुपयोग किए गए धन के अंतिम उपयोग के लिए आगे की जांच की आवश्यकता है।
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