
मंदसौर। मध्य प्रदेश के भानपुरा-गरोट विधानसभा क्षेत्र में चंबल नदी के किनारे गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य के कैमरा निगरानी तंत्र में गुरुवार रात एक वयस्क नर कैराकल देखा गया।यह राज्य के किसी संरक्षित क्षेत्र में कई वर्षों में इस प्रजाति के देखे जाने की पहली पुष्टि है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!स्थानीय रूप से इसी नाम से जाने जाने वाले कैराकल बेहद शर्मीले, निशाचर मांसाहारी होते हैं, जो अपनी असाधारण चपलता और गति के लिए प्रसिद्ध हैं। 7-18 किलोग्राम वजन वाले ये जंगली बिल्लियां शुष्क, झाड़ीदार, पथरीले इलाकों और खुले घास के मैदानों को पसंद करते हैं।

गांधी सागर के वन अधिकारी ने कहा कि उनके अभयारण्य में एक वयस्क नर कैराकल की उपस्थिति जैव विविधता के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। यह दर्शाता है कि उनके शुष्क और अर्ध-शुष्क पारिस्थितिकी तंत्र इस दुर्लभ प्रजाति को सहारा देने के लिए पर्याप्त समृद्ध और संतुलित हैं।
उन्होंने आगे कहा कि कैराकल प्राकृतिक रूप से अफ्रीका, मध्य एशिया और हमारे देश के कुछ हिस्सों में पाए जाते हैं। हालाँकि, भारतीय वन्यजीव अभयारण्यों में उनकी उपस्थिति तेजी से दुर्लभ होती जा रही है।
वन विभाग के अधिकारी इन लुप्तप्राय प्रजातियों के परिवार और मित्रों के लिए उपयुक्त परिस्थितियां निर्मित करने के लिए समर्पित संरक्षण प्रयासों और आवास संरक्षण को श्रेय देते हैं।