
नई दिल्ली। झारखंड के गोड्डा से लोकसभा सांसद भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सोमवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे की उनके विवादास्पद बयान पर कड़ी आलोचना की, जिसमें उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से गैर-मराठी भाषियों को पीटने का आग्रह किया था, जो “ड्रामा करते हैं” और ऐसी हरकतों को रिकॉर्ड करने से बचें।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!बीजेपी सांसद दुबे ने कहा, “आप लोग हमारे पैसे पर जी रहे हैं। आपके पास किस तरह के उद्योग हैं? अगर आप हिंदी बोलने वालों को पीटने की हिम्मत रखते हैं, तो आपको उर्दू, तमिल और तेलुगु बोलने वालों को भी पीटना चाहिए।”
ठाकरे को चुनौती देते हुए दुबे ने कहा, “अगर आप इतने बड़े ‘बॉस’ हैं, तो महाराष्ट्र से बाहर निकलकर बिहार, उत्तर प्रदेश या तमिलनाडु आ जाइए- ‘तुमको पटक पटक के मारेंगे’।”
उन्होंने आगे टिप्पणी की, “हम सभी मराठी और महाराष्ट्र के लोगों का सम्मान करते हैं, जिन्होंने भारत की आज़ादी के लिए लड़ाई लड़ी। बीएमसी चुनाव नज़दीक आ रहे हैं, यही वजह है कि राज और उद्धव सस्ती राजनीति कर रहे हैं। अगर उनमें हिम्मत है, तो उन्हें माहिम जाना चाहिए और माहिम दरगाह के सामने हिंदी या उर्दू बोलने वालों की पिटाई करनी चाहिए…”
दुबे की यह टिप्पणी राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे द्वारा शनिवार को मुंबई में एक विशाल विजय रैली को संबोधित करने के बाद आई है, जिसमें भाजपा के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में तीन-भाषा नीति को अनिवार्य करने के आदेश को वापस लेने का जश्न मनाया गया।
इस कार्यक्रम में राज ठाकरे ने यह कहकर नया विवाद खड़ा कर दिया, “चाहे वह गुजराती हो या कोई और, उन्हें मराठी सीखनी चाहिए। लेकिन इसके लिए लोगों को पीटने की कोई जरूरत नहीं है। हालांकि, अगर कोई अनावश्यक ड्रामा करता है, तो हां- उन्हें कान के नीचे मारो। और याद रखें: अगर आप किसी को पीटते हैं, तो उसे रिकॉर्ड मत करो। पीड़ित को कहने दें कि उन्हें पीटा गया है, आपको इसकी घोषणा करने की जरूरत नहीं है।”