
न्यॉर्क/वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि उन्होंने सुना है कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा। उन्होंने इसे एक “अच्छा कदम” बताया, लेकिन साथ ही कहा कि उन्हें इस बारे में पूरी जानकारी नहीं है। ट्रंप ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, “मैं समझता हूं कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा। मैंने यही सुना है। मुझे नहीं पता कि यह सही है या नहीं, लेकिन यह एक अच्छा कदम है। देखते हैं क्या होता है।”
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!ट्रंप की यह टिप्पणी व्हाइट हाउस द्वारा लगभग 70 देशों के निर्यात पर अमेरिका द्वारा लगाए जाने वाले टैरिफ की घोषणा के एक दिन बाद आई है। कार्यकारी आदेश के अनुसार, भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगेगा, लेकिन इसमें उस “जुर्माने” का ज़िक्र नहीं था, जिसके बारे में ट्रंप ने कहा था कि रूसी सैन्य उपकरण और ऊर्जा ख़रीदने के कारण भारत को भुगतान करना होगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल से शुक्रवार को साप्ताहिक मीडिया ब्रीफ़िंग में उन रिपोर्टों के बारे में पूछा गया जिनमें दावा किया गया है कि भारतीय तेल कंपनियों ने पिछले हफ़्ते रूस से तेल खरीदना बंद कर दिया है।
जायसवाल ने जवाब दिया कि जहां तक भारत की ऊर्जा ज़रूरतों की पूर्ति का सवाल है, “हम अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में तेल की उपलब्धता और उस समय की वैश्विक स्थिति के आधार पर फ़ैसले लेते हैं, जहां तक आपके ख़ास सवाल का सवाल है, मुझे इसकी जानकारी नहीं है। मेरे पास इन ख़ास बातों का ब्यौरा नहीं है।” यह घोषणा करते हुए कि अमेरिका का भारत के साथ भारी व्यापार घाटा है।
ट्रंप ने कहा था कि “भारत हमारा मित्र है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में हमने उनके साथ अपेक्षाकृत कम व्यापार किया है, क्योंकि उनके टैरिफ बहुत ज़्यादा हैं, दुनिया में सबसे ज़्यादा हैं, और उनके पास किसी भी देश की तुलना में सबसे कठोर और अप्रिय गैर-मौद्रिक व्यापार प्रतिबंध हैं।”
ट्रंप ने कहा, इसके अलावा उन्होंने हमेशा अपने अधिकांश सैन्य उपकरण रूस से खरीदे हैं, और चीन के साथ रूस के ऊर्जा के सबसे बड़े खरीदार हैं, ऐसे समय में जब हर कोई चाहता है कि रूस यूक्रेन में नरसंहार रोके। सब कुछ ठीक नहीं है! उन्होंने कहा कि इसलिए भारत 1 अगस्त से 25 प्रतिशत टैरिफ और उपरोक्त के लिए जुर्माना अदा करेगा।
ट्रंप ने भारत और रूस के घनिष्ठ संबंधों पर भी तीखा हमला किया और कहा कि दोनों देश अपनी मृत अर्थव्यवस्थाओं को साथ मिलकर गिरा सकते हैं। मुझे परवाह नहीं कि भारत रूस के साथ क्या करता है। मुझे बस परवाह है कि वे अपनी मृत अर्थव्यवस्थाओं को साथ मिलकर गिरा सकते हैं।
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा था, हमने भारत के साथ बहुत कम व्यापार किया है, उनके टैरिफ बहुत ऊंचे हैं, दुनिया में सबसे ज़्यादा। इसी तरह रूस और अमेरिका भी आपस में लगभग कोई व्यापार नहीं करते। इसे ऐसे ही रहने दें..।