
नई दिल्ली। राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी ढांचों पर भारत के हमलों पर दो विशेष मॉड्यूल विकसित कर रहा है, जिसका उद्देश्य छात्रों को भारत की सैन्य शक्ति के बारे में जागरूक करना है। शिक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!सूत्रों ने बताया कि दोनों मॉड्यूल तैयार किए जा रहे हैं और जल्द ही शुरू किए जाएंगे। एक सूत्र ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर पर पहला विशेष मॉड्यूल कक्षा 3 से 8 तक के छात्रों के लिए और दूसरा कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए होगा। भारत और उसके सशस्त्र बलों की उपलब्धियों का वर्णन 8 से 10 पृष्ठों के मॉड्यूल में किया जाएगा। इन मॉड्यूल का उद्देश्य छात्रों को भारत की सैन्य शक्ति और पाकिस्तान की एक बार फिर हार के बारे में जागरूक करना है।
NCERT मानक पाठ्यपुस्तकों के पूरक के रूप में विशेष मॉड्यूल तैयार करता है, जो समकालीन मुद्दों के विशिष्ट विषयों पर केंद्रित होते हैं। अब तक इसने जून 2025 तक ‘विकसित भारत’, ‘नारी शक्ति वंदन’, ‘जी20’ और ‘चंद्रयान उत्सव’ सहित विभिन्न विषयों पर 16 विशेष मॉड्यूल प्रकाशित किए हैं।
मंत्रालय के एक अन्य सूत्र ने बताया, आने वाले महीनों में एनसीईआरटी मिशन लाइफ (‘पर्यावरण के लिए जीवन शैली’), विभाजन की भयावहता, अंतरिक्ष शक्ति के रूप में भारत का उदय चंद्रयान से लेकर आदित्य एल1 और सुभांशु शुक्ला की अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक की यात्रा पर विशेष मॉड्यूल भी प्रकाशित करेगा।
भारत ने 7 मई की तड़के ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया और पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी और सैन्य ठिकानों पर हमला किया, जिसमें आतंकवादियों ने 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
इसने पाकिस्तान के साथ चार दिनों तक सैन्य टकराव को जन्म दिया, जिसमें लड़ाकू विमान, मिसाइलें, ड्रोन, लंबी दूरी के हथियार और भारी तोपखाने शामिल थे, जिसके बाद 10 मई को दोनों पक्षों के बीच सभी सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी।
जून में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर, 2016 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 में पाकिस्तान में हुए बालाकोट हवाई हमलों का स्वाभाविक परिणाम था, और इसे इस तरह से अंजाम दिया गया कि इस्लामाबाद को युद्धविराम की मांग करनी पड़ी, जिससे आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृढ़ संकल्प का पता चलता है।
हाल ही में प्रकाशित एनसीईआरटी की कक्षा 8 की सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तक में सर्जिकल स्ट्राइक का उल्लेख है। पुस्तक में मराठा साम्राज्य के संस्थापक शिवाजी द्वारा मुगल सरदार शाइस्ता खान के शिविर पर रात में किए गए हमले का हवाला दिया गया है, जिसके कारण उन्हें वर्तमान महाराष्ट्र छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था और इसकी तुलना “आधुनिक सर्जिकल स्ट्राइक” से की गई है।