
गुवाहाटी। असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) के अध्यक्ष गौरव गोगोई ने आरोप लगाया कि असम की भाजपा सरकार अब आम जनता, मजदूर वर्ग, छोटे व्यापारियों, मजदूरों और किसानों के लिए काम नहीं कर रही है। इसके बजाय, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और उनकी सरकार केवल अपने और अपने परिवार के फायदे के लिए काम कर रही है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!इसी कारण से आज दो पूर्व भाजपा विधायक और एक पूर्व असम गण परिषद (अगप) विधायक असम की जनता की सेवा के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए। नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित एक समारोह में एपीसीसी अध्यक्ष गौरव गोगोई ने तीनों नेताओं का पार्टी में स्वागत किया।
गोगोई ने कहा कि असम वर्तमान में हिमंत बिस्वा सरमा एंड प्राइवेट कंपनी के नाम पर चल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि जनता के कल्याण के लिए काम करने के बजाय भाजपा के मंत्री और नेता हिमंत बिस्वा सरमा एंड प्राइवेट कंपनी के निर्देशों का पालन करने के लिए मजबूर हैं।
इसलिए अगप के महासचिव और कमालपुर निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व विधायक सत्यब्रत कलिता ने अगप से इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। इसी तरह सिपाझार से तीन बार विधायक रहे और पूर्व कांग्रेस नेता बिनंदा सैकिया भी भाजपा छोड़कर कांग्रेस में लौट आए हैं। गोगोई ने आगे बताया कि बैठालंगसो के पूर्व विधायक और पूर्व संसदीय सचिव मोनसिंग रोंगपी भाजपा की विचारधारा और नीतियों से असंतोष जताते हुए कांग्रेस में वापस आ गए हैं।
तीनों नेताओं का स्वागत करते हुए गोगोई ने कहा कि यह तो बस शुरुआत है। 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले कई भाजपा नेता और कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
एआईसीसी महासचिव और असम प्रभारी जितेंद्र सिंह द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में एआईसीसी महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल, असम के सांसद प्रद्युत बोरदोलोई और रकीबुल हुसैन और असम प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष मीरा बोरठाकुर भी शामिल हुए।