
भोपाल। मध्य प्रदेश के लोक निर्माण (पीडब्ल्यूडी) मंत्री राकेश सिंह ने गुरुवार को भोपाल के ऐशबाग इलाके में विवादित 90 डिग्री रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण का बचाव किया। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में मीडिया से बात करते हुए राकेश सिंह ने कहा कि देश और दुनिया में कई जगहों पर स्थानीय भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार ऐसे तेज मोड़ वाले पुल बनाए जाते हैं। इस मामले में अगली सुनवाई 17 सितंबर, 2025 को होनी है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!मंत्री सिंह ने बताया कि भोपाल के मामले में समस्या 90 डिग्री मोड़ खुद नहीं था, बल्कि प्रोजेक्ट की योजना और निर्माण के दौरान संबंधित विभागों के बीच उचित समन्वय की कमी थी।
मंत्री ने आगे कहा कि सरकार कोर्ट में प्रोजेक्ट के हर पहलू को शामिल करते हुए एक विस्तृत जवाब देगी और उठाए गए सवालों का जवाब देगी।
यह बयान पुल के डिजाइन में सुरक्षा संबंधी चिंताओं के बाद आया है, क्योंकि कई लोगों को डर था कि तेज मोड़ से दुर्घटना हो सकती है। इससे पहले हाई कोर्ट ने इस पुल के बारे में एक तकनीकी रिपोर्ट मांगी थी।
रिपोर्टों के अनुसार, यह पुल घनी आबादी वाले इलाकों और न्यू भोपाल के बीच यातायात सुगम करने के लिए बनाया गया था। सरकार का अब लक्ष्य है कि पुल को जनता के उपयोग के लिए खोलने से पहले इसमें कोई भी खामी ठीक कर ली जाए।