
भोपाल। राज्य विधानसभा ने मंगलवार को मध्य प्रदेश महानगर क्षेत्र योजना एवं विकास विधेयक 2025 को सर्वसम्मति से पारित कर दिया, जिससे इंदौर और भोपाल को महानगरों के रूप में विकसित करने का रास्ता साफ हो गया। नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि महानगरों के विकास से इस क्षेत्र और आसपास के जिलों का भी तेजी से विकास सुनिश्चित होगा।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!उन्होंने कहा कि महानगरों की योजनाएं तैयार करने से पहले सरकार ने देश भर के ऐसे शहरों का अध्ययन किया था। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष होंगे, जो एक शक्तिशाली निकाय होगा।
मंत्री ने कहा कि सरकार जबलपुर और ग्वालियर के लिए भी ऐसा ही प्रस्ताव लाने पर विचार कर रही है। उन्होंने मज़ाकिया लहजे में कहा, हम रीवा को नहीं भूल सकते, जो मुख्यमंत्री का ससुराल है।
इंदौर और भोपाल के मास्टर प्लान समय पर न बना पाने पर अफसोस जताते हुए उन्होंने कहा कि यह जल्द ही पूरा हो जाएगा। मास्टर प्लान के बारे में ज़्यादा विस्तार से बताए बिना, मंत्री ने कहा कि हरित पट्टी का मतलब होगा कि 50% क्षेत्र घने जंगलों से घिरा होगा।
इंदौर और उसके नागरिकों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि जब वे इसके महापौर थे, तब उन्होंने इस शहर का पोषण किया था। आज, इंदौर नगर निगम आत्मनिर्भर है और अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए भोपाल की ओर नहीं देखता।