
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी की चीन द्वारा भारतीय क्षेत्र पर कब्ज़ा करने संबंधी कथित टिप्पणियों के लिए कड़ी आलोचना की और कहा कि अगर वह “सच्चे भारतीय” हैं, तो उन्हें ऐसे बयान नहीं देने चाहिए। शीर्ष अदालत ने चीन द्वारा भारतीय भूमि पर कथित कब्ज़ा करने के संबंध में गांधी द्वारा दिए गए गैर-ज़िम्मेदाराना बयानों की कड़ी निंदा की।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति ऑगस्टाइन जॉर्ज मसीह की अध्यक्षता वाली शीर्ष अदालत की दो-न्यायाधीशों की पीठ ने सवाल उठाया, “आपको (गांधी) कैसे पता कि चीन ने 2,000 वर्ग किलोमीटर ज़मीन पर कब्ज़ा कर लिया है? विश्वसनीय जानकारी क्या है? एक सच्चा भारतीय ऐसा नहीं कहेगा। जब सीमा पर संघर्ष चल रहा हो, तो क्या आप ऐसी बातें कह सकते हैं? आप संसद में ये सवाल क्यों नहीं पूछ सकते?”
अदालत ने कहा कि विपक्ष के नेता (एलओपी) होने के नाते, गांधी को सीमा विवाद के दौरान ऐसे बयान नहीं देने चाहिए थे। अदालत ने आगे कहा, “लेकिन आप विपक्ष के नेता हैं।” हालांकि, सर्वोच्च न्यायालय ने मानहानि मामले में आगे की कार्यवाही पर रोक लगाकर गांधी को राहत दी और मामले की अगली सुनवाई तीन हफ्ते बाद तय की। न्यायमूर्ति दत्ता ने कहा, “आगे की कार्यवाही पर रोक। हम नोटिस जारी करते हैं। इसे तीन हफ्ते बाद सूचीबद्ध करें।”
सोमवार को सुनवाई के दौरान, सर्वोच्च न्यायालय ने टिप्पणी की कि अनुच्छेद 19(1)(ए) के तहत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बिना ज़िम्मेदारी के कोई भी बयान देने की अनुमति नहीं देती है। अदालत ने गांधी से पूछा, “सोशल मीडिया पर क्यों और संसद में क्यों नहीं? आपको यह संसद में कहना चाहिए।”
जवाब में गांधी की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने तर्क दिया कि उनके मुवक्किल को मानहानि के आरोपों के ज़रिए परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “अगर वह विपक्ष के नेता के तौर पर ऐसी बातें नहीं कह सकते, तो लोकतांत्रिक संवाद कैसे चलेगा?”
मई में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने लखनऊ स्थित एक सांसद-विधायक अदालत द्वारा पारित समन आदेश को चुनौती देने वाली गांधी की याचिका खारिज कर दी थी। पूर्व सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) निदेशक उदय शंकर श्रीवास्तव द्वारा दायर मानहानि का मामला लखनऊ की एक अदालत में लंबित है। श्रीवास्तव के अनुसार, कथित अपमानजनक टिप्पणी गांधी ने 16 दिसंबर, 2022 को अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान की थी।