
—मंच पर नहीं बैठे पूर्व सीएम दिग्विजय, लखन ने पकड़े पांव
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!जबलपुर। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने शनिवार को जबलपुर में ‘जय हिंद तिरंगा यात्रा’ को संबोधित करते हुए कहा, “मैंने 1971 का बांग्लादेश युद्ध देखा है। इंदिरा गांधी ने उस समय अमेरिका के दबाव को नजरअंदाज करते हुए कड़े फैसले लिए थे।”
कांग्रेस भारतीय सेना के सम्मान में पूरे प्रदेश में यात्रा निकाल रही है। नाथ ने कहा कि वीर जवानों का साहस, बलिदान और देशभक्ति भारत की आत्मा में हमेशा अमिट रहेगी। उन्होंने कहा, “आपकी वीर गाथा हमें हर पल प्रेरित करती है।”
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, “नारी शक्ति सम्मेलन में शामिल होने भोपाल आए प्रधानमंत्री ने उस मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, जो न केवल भारतीय सेना का अपमान कर रही है, बल्कि देश की सभी बेटियों का भी अपमान कर रही है।”
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल नहीं उठा रही है, बल्कि आतंकवाद विरोधी अभियान के बारे में सरकार के फैसलों और पारदर्शिता के बारे में जानना चाहती है। उन्होंने यह भी पूछा, “22 अप्रैल को पहलगाम में हमला करने वाले आतंकवादी कहां हैं?” बघेल ने कहा, “भारतीय सेना दुनिया की सबसे अच्छी सेना है। जब भी देशवासियों को भारतीय सेना की जरूरत पड़ी, उसने अपनी वीरता दिखाई।”
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया सहित पार्टी नेताओं ने मंच पर आने का अनुरोध किया, लेकिन सिंह ने वरिष्ठ नागरिकों के बीच बैठना पसंद किया और बाद में समारोह में आमंत्रित पूर्व सैनिकों के साथ बैठ गए। सिंह ने कथित तौर पर घोषणा की है कि वह अब किसी भी मंच पर नहीं बैठेंगे, क्योंकि हाल ही में पार्टी के एक समारोह के दौरान उन्हें मंच पर जगह नहीं दी गई थी।