
भुवनेश्वर। रचनात्मकता और कौशल का एक प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए ओडिशा के छात्रों ने 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में उनकी एक आकर्षक, आदमकद चॉकलेट मूर्ति बनाई है। पूरी तरह से चॉकलेट से बनी इस कलाकृति का वज़न लगभग 70 किलो है, जिसमें 55 किलो डार्क चॉकलेट और 15 किलो व्हाइट चॉकलेट शामिल है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!यह मूर्ति भुवनेश्वर के एक पेशेवर बेकिंग और पेस्ट्री स्कूल, क्लब चॉकलेट के 15 डिप्लोमा छात्रों की कड़ी मेहनत का परिणाम है। राकेश कुमार साहू और रंजन परिदा के मार्गदर्शन में छात्रों ने कला और तकनीकी विशेषज्ञता का मिश्रण करते हुए इस जटिल मूर्ति को बनाने में सात दिन बिताए।
चॉकलेट की यह प्रतिकृति न केवल प्रधानमंत्री मोदी की शारीरिक आकृति को दर्शाती है, बल्कि कई प्रमुख सरकारी पहलों को भी दर्शाती है। इनमें प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना- घरों को स्वच्छ रसोई ईंधन उपलब्ध कराना, प्रधानमंत्री जन धन योजना – सभी के लिए वित्तीय समावेशन, ऑपरेशन सिंदूर -विधवाओं के लिए कल्याण, स्वच्छ भारत मिशन – स्वच्छता और सफाई को बढ़ावा देना शामिल हैं। इसके अतिरिक्त यह मूर्ति भारत की अंतरिक्ष एजेंसी, इसरो की उपलब्धियों का जश्न मनाती है और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में देश की प्रगति पर ज़ोर देती है।
भारत में अपनी तरह की पहली रचना
क्लब चॉकलेट के अनुसार, यह भारत में प्रधानमंत्री मोदी की पहली चॉकलेट मूर्ति है। छात्रों ने अपनी इस रचना को कौशल और कलात्मकता का एक आदर्श मिश्रण बताया, जो प्रधानमंत्री के सार को दर्शाते हुए पाक कला में रचनात्मकता को बढ़ावा देती है।
कला और नवाचार का उत्सव
यह चॉकलेट कृति न केवल प्रधानमंत्री मोदी को श्रद्धांजलि अर्पित करती है, बल्कि युवा भारतीय कलाकारों की प्रतिभा और समर्पण को भी उजागर करती है। पाक कला की उत्कृष्टता को सांस्कृतिक और सरकारी प्रतीकों के साथ जोड़कर ओडिशा के छात्रों ने एक अनूठी कलाकृति बनाई है जो पेस्ट्री और रचनात्मक मूर्तिकला के क्षेत्र में दूसरों को प्रेरित करेगी।