
भोपाल। मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में मंगलवार को लंबी बीमारी के बाद ‘सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाली’ हथिनी ‘वत्सला’ का निधन हो गया। माना जाता है कि यह हाथी 100 साल से ज़्यादा उम्र का था और दुनिया का सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाला जंबो हाथी था।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!इससे पहले वन अधिकारियों ने उसका नाम गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले जंबो के रूप में दर्ज कराने की कोशिश की थी, लेकिन उसका जन्म प्रमाण पत्र उपलब्ध न होने के कारण उसका नाम दर्ज नहीं हो सका।
पन्ना टाइगर रिजर्व की फील्ड डायरेक्टर अंजना सुचिता के मुताबिक, ‘वत्सला’ कुछ समय से बीमार थी और उसकी आंखों की रोशनी भी कम हो रही थी। उसे चलने में भी दिक्कत हो रही थी। वन विभाग की टीम ने वत्सला को गश्त के काम में लगाना बंद कर दिया था।
मंगलवार को वत्सला को करैया नाला में नहाने के लिए लाया गया था, लेकिन उसके एक नाखून में चोट लगने के कारण वह गिर गई। उसे फिर से खड़ा करने के लिए हर संभव प्रयास किया गया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। बाद में उसकी मृत्यु हो गई।
वत्सला के जन्म का कोई सटीक रिकॉर्ड नहीं है। हालांकि, यह पता चला है कि उसे 1972 में केरल में पकड़ा गया था। बाद में उसे होशंगाबाद डिवीजन में लाया गया, जहां उसने कुछ समय तक सेवा की।
बाद में 1993 में उसे पन्ना टाइगर रिजर्व लाया गया और तब से वह वहीं रह रही है और सबसे प्यारी जंबो बन गई। वत्सला की मौत के बाद पन्ना टाइगर रिजर्व में शोक की लहर छा गई है।