
भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने बुधवार को 2023 के विधानसभा चुनावों में वोटों की हेराफेरी का दावा करते हुए कथित ‘वोट चोरी’ के खिलाफ अपना अभियान तेज़ कर दिया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बुधवार को यहां मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, “60 विधानसभा क्षेत्रों में 25,000 से 60,000 से ज़्यादा वोटों की हेराफेरी की गई है और कांग्रेस जल्द ही इस पूरी गड़बड़ी का पर्दाफ़ाश करेगी।”
पटवारी ने बताया कि चुनाव आयोग ने चुनावों के दौरान तीन मतदाता सूचियां जारी की हैं, पहली जब चुनाव कार्यक्रम की घोषणा हुई थी, दूसरी जब उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था और तीसरी जब मतदान हो गया था।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी दावा किया कि राहुल गांधी द्वारा वोट चोरी का मुद्दा उठाए जाने के बाद से मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट काम नहीं कर रही है।
सांसद विवेक तन्खा ने स्पष्ट किया कि पार्टी चुनाव आयोग के खिलाफ नहीं है, बल्कि चुनावी अनियमितताओं को उजागर करके उसकी मदद करना चाहती है।
कांग्रेस नेता ने कहा, “हम चुनाव आयोग की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं। कई राज्यों में फर्जी मतदाता मौजूद हैं, जैसे कर्नाटक में लगभग 1 लाख मतदाता संदिग्ध हैं। हम आयोग से नहीं लड़ना चाहते।”
पूरे राज्य में प्रदर्शन करेगी कांग्रेस
कांग्रेस ने ‘वोट चोरी’ के मुद्दे पर 14 अगस्त से 15 अक्टूबर तक पूरे राज्य में रैलियों और विरोध प्रदर्शनों की एक श्रृंखला की योजना बनाई है। गुरुवार को ग्वालियर में और स्वतंत्रता दिवस पर भोपाल में एक रैली निकाली जाएगी।