
भोपाल। मध्यप्रदेश में पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2023 में चयनित 7,411 अभ्यर्थियों में से 2,000 से ज़्यादा अभ्यर्थियों ने मार्च में परिणाम घोषित होने के तीन महीने बाद भी जॉइनिंग देने नहीं पहुंचे।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!इन अभ्यर्थियों ने लिखित परीक्षा और शारीरिक दक्षता परीक्षा सहित एक भर्ती प्रक्रिया उत्तीर्ण की थी, जिसके लिए लगभग 10 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। हालांकि, चयन सूची में जगह बनाने के बावजूद बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने अपने-अपने ज़िला मुख्यालयों में जॉइनिंग नहीं दी।
अधिकारियों के अनुसार, भर्ती घोटाले के सिलसिले में अब तक 10 ज़िलों में अभ्यर्थियों और नकल करने वालों के ख़िलाफ़ 32 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। लापता अभ्यर्थी जाँच के घेरे में आ गए हैं, और संदेह है कि कई अभ्यर्थियों ने परीक्षा पास करने के लिए आधार कार्ड में हेराफेरी जैसे अनुचित तरीकों का इस्तेमाल किया होगा।
सूत्रों के अनुसार, पृष्ठभूमि सत्यापन, विशेष रूप से आधार हिस्ट्री का सत्यापन शुरू होने के बाद ऐसा माना जाता है कि इनमें से कुछ अभ्यर्थी अपनी पोल खुलने के डर से पीछे हट गए।
7,411 कांस्टेबल पदों की भर्ती की गई थी, जिनमें 7,090 ‘सामान्य ड्यूटी’ और 321 तकनीकी पदों के लिए थे। इसमें कुल 9.97 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। इनमें से 6.52 लाख से ज़्यादा उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए। आमतौर पर प्रत्येक पद के लिए पांच उम्मीदवारों को शारीरिक परीक्षण के लिए बुलाया जाता है, लेकिन इस परीक्षा में प्रति पद सात उम्मीदवारों को बुलाया गया, जिससे परीक्षा पास करने का बेहतर अवसर मिला।
कुल 58,700 उम्मीदवार शारीरिक परीक्षण के लिए उपस्थित हुए। ओबीसी उम्मीदवारों के लिए 13% पदों को छोड़कर, 6,420 पद भरे जाने थे। हालांकि, लगभग 2,000 चयनित उम्मीदवार भर्ती के लिए नहीं आए।
दिलचस्प बात यह है कि उम्मीदवारों को अपने-अपने ज़िला मुख्यालय में रिपोर्ट करने के लिए कई रिमाइंडर भेजे गए, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। अधिकारियों ने बताया कि न तो वे जवाब दे रहे हैं और न ही उन्होंने पुलिस बल में शामिल होने की अनिच्छा व्यक्त करने के लिए पुलिस से संपर्क किया है।
आधार केंद्र के कर्मचारी जांच के घेरे में
चूंकि पुलिस भर्ती में डिजिटल छेड़छाड़ से धोखाधड़ी हुई है, इसलिए साइबर पुलिस ने आधार केंद्र के कर्मचारियों और बिचौलियों की भूमिका की जांच शुरू कर दी है। जांच आगे बढ़ने पर और नाम सामने आने की संभावना है।
एडीजी (चयन एवं भर्ती), सोनाली मिश्रा ने कहा, चुने गए 6,420 उम्मीदवारों में से 4,500 से ज़्यादा पहले ही जॉइन कर चुके हैं। ज्वाइन करने से पहले हमने उनके चरित्र प्रमाण पत्रों और आधार कार्ड का सत्यापन सुनिश्चित किया। हमें अभी भी उम्मीद है कि बाकी लोग भी जल्द ही जॉइन कर लेंगे।