लॉर्डस। इंग्लैंड ने लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में भारत को 22 रनों से हराकर पाँच मैचों की सीरीज़ में 2-1 की बढ़त बना ली। चार दिनों तक चले इस मुकाबले में घरेलू टीम ने आखिरी दिन अपना संयम बनाए रखा और अपने गेंदबाज़ों के शानदार प्रदर्शन से भारत को 170 रनों पर समेट दिया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 387 रनों का मज़बूत स्कोर खड़ा किया। जो रूट ने 199 गेंदों पर 104 रनों की पारी खेलकर टीम की कमान संभाली। उन्हें जेमी स्मिथ का अच्छा साथ मिला, जिन्होंने अपने पहले ही मैच में आत्मविश्वास से भरा अर्धशतक जड़ा, और ब्रायडन कार्से ने भी अर्धशतक जड़कर इंग्लैंड की पारी को मज़बूत किया। जसप्रीत बुमराह ने भारत के लिए गेंदबाज़ी में शानदार प्रदर्शन किया, उन्होंने 74 रन देकर 5 विकेट लिए और अपनी गति और सटीकता से लगातार इंग्लिश बल्लेबाज़ों को परेशान किया।
जवाब में भारत ने इंग्लैंड के स्कोर की बराबरी करते हुए 387 रन बनाए। केएल राहुल ने धैर्य और शानदार शतक के साथ 100 रन बनाए और पारी को संभाला। ऋषभ पंत ने आक्रामक 74 रनों की पारी खेलकर टीम का बहुमूल्य साथ दिया और गति बनाए रखी। क्रिस वोक्स इंग्लिश गेंदबाज़ों में सबसे बेहतरीन रहे, जिन्होंने 84 रन देकर 3 विकेट लिए, जबकि बाकी गेंदबाज़ों ने समय पर विकेट चटकाकर भारत को निर्णायक बढ़त लेने से रोका।
इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी शुरू की, लेकिन मैच संतुलित बना रहा, लेकिन पिच पर टूट-फूट के संकेत दिखने लगे थे। इंग्लैंड 192 रन ही बना सका, जिसमें जो रूट ने फिर से 40 और कप्तान बेन स्टोक्स ने 33 रनों का योगदान देकर शीर्ष स्कोरर का काम किया। भारत के लिए वाशिंगटन सुंदर ने प्रभावशाली गेंदबाजी की और 22 रन देकर 4 विकेट लिए, जिससे इंग्लैंड का मध्यक्रम लड़खड़ा गया और मेहमान टीम की पहुंच में लक्ष्य बना रहा।
जीत के लिए 193 रनों का लक्ष्य मिलने पर भारत से उम्मीद थी कि वह इसे हासिल कर लेगा, लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाजों की योजना कुछ और ही थी। दबाव में भारतीय शीर्ष क्रम लड़खड़ा गया और नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे। कुछ देर के प्रतिरोध के बावजूद बल्लेबाजी क्रम लड़खड़ा गया और भारत केवल 170 रनों पर आउट हो गया। अनुशासित इंग्लिश गेंदबाजी आक्रमण ने आखिरी दिन शानदार प्रदर्शन करते हुए मैच का अंत किया।
इस परिणाम से इंग्लैंड चौथे टेस्ट से पहले श्रृंखला में 2-1 की बढ़त बना चुका है। अब जब इंग्लैंड की स्थिति मजबूत है, तो वह इस जीत को और आगे बढ़ाने की कोशिश करेगा, जबकि भारत को श्रृंखला को जीवंत बनाए रखने के लिए ज़रूरी जीत की स्थिति में जल्दी से खुद को फिर से संगठित करना होगा। चौथा टेस्ट एक उच्च-दांव प्रतियोगिता होने का वादा करता है क्योंकि दोनों टीमें वर्चस्व के लिए अपनी तीव्र लड़ाई जारी रखेंगी।