
भोपाल। मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक 79 वर्षीय व्यक्ति से 45 लाख रुपए की ठगी की गई और उन्हें साइबर ठगों के चंगुल में डाल दिया गया। जालसाज़ों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया और उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी दी।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!दो दिनों तक फ़ोन का कैमरा चालू रखकर बुजुर्ग व्यक्ति को मानसिक दबाव में रखा गया और उनके बैंक खाते से बड़ी रकम अपने खाते में ट्रांसफर कर दी गई। इस मामले की शिकायत शुक्रवार को राज्य साइबर सेल में की गई।
ओबेरॉय रेजीडेंसी चेरीताल जगदंबा कॉलोनी निवासी पीड़ित वीके कपूर (79) को मंगलवार 15 जुलाई की सुबह 9:30 बजे एक फ़ोन आया। फ़ोन करने वाले ने आरोप लगाया कि वह अपने मोबाइल से अश्लील बातें करता है और उसका नंबर ब्लॉक कर रहा है। विरोध करने पर फ़ोन करने वाले ने उसे ‘विजय खन्ना’ नाम के एक अधिकारी से बात करने के लिए कहा। डीसीपी बनकर धमकाया (नकली डीसीपी कॉल)
इसके बाद विजय खन्ना नाम के एक व्यक्ति ने खुद को डीसीपी बताया और बुजुर्ग व्यक्ति से अपना मोबाइल कैमरा चालू करने को कहा। फिर वीडियो कॉल पर कहा गया कि वह खुफिया निगरानी में है, फ़ोन बंद न करें।
बाद में खुद को डायरेक्टर-डीसीपी बताकर एक और व्यक्ति को कॉल में जोड़ा गया। उसने बुजुर्ग व्यक्ति को मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल बताया और कहा कि उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो गया है।
जालसाजों ने बुजुर्ग व्यक्ति को दो दिनों तक गिरफ्तारी की धमकी देकर मानसिक दबाव में रखा। डर के मारे 17 जुलाई को वीके कपूर ने एसबीआई की रिज रोड शाखा से अपने खाते से 45 लाख रुपए निकालकर आरोपी द्वारा बताए गए यस बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद जालसाजों ने कॉल उठाना बंद कर दिया।