
भोपाल। नाबालिग से बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार वकील यावर खान की जमानत पर सुनवाई के दौरान सोमवार को भोपाल जिला अदालत में जमकर हंगामा हुआ। सुनवाई सुबह हुई, लेकिन फैसला शाम को सुनाया गया, जब न्यायाधीश कुमुदिनी पटेल ने खान की जमानत याचिका खारिज कर दी।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!एमपी नगर पुलिस ने बताया कि अदालत की कार्यवाही स्थगित होने के बाद हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान दो पत्रकारों पर बेरहमी से हमला किया गया। पुलिस के अनुसार, फैसला आने से पहले ही तनाव बढ़ गया था। 100 से ज़्यादा वकील और खान के समर्थक जज पटेल के कोर्ट रूम (F-17) के बाहर जमा हो गए और जज और पुलिस दोनों के खिलाफ नारे लगाए।
शाम लगभग 5 बजे, जब दो पत्रकारों ने विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें और वीडियो बनाने की कोशिश की, तो वकीलों की उत्तेजित भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। दोनों पत्रकारों को गंभीर चोटें आईं। मौके पर मौजूद पुलिस ने हस्तक्षेप किया और पत्रकारों को सुरक्षित निकालकर दूसरे कोर्ट रूम (F-16) में पहुंचाया। उनकी शिकायत के आधार पर एमपी नगर थाने में मारपीट का मामला दर्ज किया गया।
दरअसल, अदालत के निर्देश पर अशोका गार्डन पुलिस ने शनिवार रात बैरसिया रोड से वकील यावर खान को गिरफ्तार किया। उन पर नाबालिग के अपहरण, बलात्कार, वेश्यावृत्ति और मानव तस्करी जैसे गंभीर आरोप हैं। रविवार को उन्हें अदालत में पेश किया गया और जेल भेज दिया गया।
सोमवार को उनके वकील अब्दुल वाहिद खान ने न्यायाधीश कुमुदिनी पटेल की अदालत में जमानत याचिका दायर की। हालांकि सुनवाई सुबह हुई, लेकिन फैसला शाम तक के लिए सुरक्षित रख लिया गया।
विरोध प्रदर्शन की आशंका के चलते सुबह से ही अदालत कक्ष के बाहर सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात कर दी गई थी। दोपहर तक वकील इकट्ठा होने लगे और शाम तक उनकी संख्या 100 से ज़्यादा हो गई।
एसीपी मनीष भारद्वाज ने कहा, पुलिस ने अदालत परिसर में पत्रकारों पर हुए हमले के सिलसिले में मामला दर्ज कर लिया है। पूरी घटना की जांच की जा रही है और जल्द ही इसमें शामिल लोगों की पहचान कर ली जाएगी।
यावर खान की जमानत याचिका खारिज
एडीजे कुमुदिनी पटेल की विशेष अदालत ने सोमवार को पॉक्सो अधिनियम के तहत वकील यावर खान की ज़मानत याचिका खारिज कर दी। भोपाल पुलिस ने नाबालिग से बलात्कार के दो साल पुराने मामले में शनिवार देर रात वकील यावर खान को गिरफ्तार किया था। रविवार को उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
यह मामला 20 जनवरी 2023 का है, जब नाबालिग लापता हुई थी। पुलिस ने उसे 23 जनवरी, 2025 को ईशागढ़ से बरामद किया, जिसके बाद उसने पांच लोगों पर बलात्कार का आरोप लगाया। यावर अदालत में कुछ आरोपियों का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। बाद में अपने बयान में नाबालिग ने खुलासा किया कि यावर ने खुद भी कई बार उसका यौन उत्पीड़न किया था। पुलिस ने इस मामले में यावर समेत 14 आरोपियों को नामजद किया है, जिनमें से दो अभी भी फरार हैं।