भोपाल। डॉक्टर से मारपीट के एक मामले में जब अदालत ने नगर परिषद अध्यक्ष जिनेश जैन और भाजपा मंडल अध्यक्ष संजय जैन के खिलाफ वारंट जारी किया, तो दोनों नेता बेहोश हो गए। इस हाई-वोल्टेज ड्रामा के बाद कोर्ट ने जिला अस्पताल से उनके भर्ती होने के आधार के बारे में स्पष्टीकरण मांगा। इसके बाद जिला अस्पताल ने उन्हें तुरंत छुट्टी दे दी।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!यह हाई वोल्टेज ड्रामा मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के गैरतगंज में सामने आया है, जहां एक डॉक्टर से मारपीट के एक पुराने मामले में जेल जाने से बचने के लिए भाजपा के दो वरिष्ठ नेताओं ने बीमारी का बहाना बनाकर अस्पताल में भर्ती हो गए। हालांकि, अदालत की सख्ती के बाद उनका ड्रामा विफल हो गया।
दरअसल, इसी साल 15 जून को नगर पालिका परिषद अध्यक्ष जिनेश जैन और भाजपा मंडल अध्यक्ष संजय जैन ने गैरतगंज सिविल अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉ. अनिस्ट लाल के साथ बदसलूकी और मारपीट की थी। इस मामले में बीएमओ की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई थी।
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि राजनीतिक दबाव के चलते कार्रवाई रोक दी गई। कुछ महीने बाद गैरतगंज अदालत द्वारा दोनों नेताओं के लिए जेल वारंट जारी करने के बाद वे कथित तौर पर बेहोश हो गए और रायसेन ज़िला अस्पताल में भर्ती हो गए।
इसके बाद अदालत ने जिला अस्पताल से पूछा कि उन्हें किस आधार पर भर्ती किया गया था। कानूनी जांच—पड़ताल के बाद जिला अस्पताल ने दोनों नेताओं को तुरंत छुट्टी दे दी। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने बताया कि दोनों की हालत में सुधार हो रहा है और वे खतरे से बाहर हैं।