चंडीगढ़। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रिश्वतखोरी के एक मामले में पंजाब पुलिस के रोपड़ रेंज के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को गिरफ्तार किया है। डीआईजी ने एक बिचौलिए के ज़रिए फतेहगढ़ साहिब के मंडी गोबिंदगढ़ में एक कबाड़ व्यापारी से 8 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। रिश्वत न देने पर उन्हें दो साल पहले जेल हुई थी।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!इसके बाद दिल्ली और चंडीगढ़ से लगभग 52 लोगों की सीबीआई टीम ने उनके मोहाली स्थित कार्यालय और चंडीगढ़ के सेक्टर 40 स्थित आवास की तलाशी ली। उनके आवास से 3 बैग और 1 ब्रीफकेस में 5 करोड़ रुपए की नकदी बरामद हुई। सीबीआई टीम को इसे गिनने के लिए नोट गिनने वाली तीन मशीनें मंगवानी पड़ीं।
बड़ी मात्रा में गहने, लग्जरी घड़ियां, विदेशी शराब और एक रिवॉल्वर भी मिली। सीबीआई ने डीआईजी की 15 संपत्तियों और लग्जरी गाड़ियों से जुड़े दस्तावेज़ भी बरामद किए। सीबीआई की टीमें अभी भी डीआईजी के चंडीगढ़ स्थित आवास की जांच कर रही हैं।
पहली बार, सीबीआई ने एक औपचारिक बयान जारी कर बताया कि डीआईजी के साथ एक बिचौलिए को भी गिरफ्तार किया गया है। उसे चंडीगढ़ के सेक्टर 21 में 8 लाख लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। इसके बाद डीआईजी को बुलाया गया, जहां उन्होंने रिश्वत लेने की बात कबूल की और बिचौलिए और व्यवसायी को अपने कार्यालय बुलाया, जहां डीआईजी को गिरफ्तार कर लिया गया।
इस बीच, स्क्रैप डीलर आकाश बट्टा भी सामने आया। आकाश ने कहा कि डीआईजी ने बिचौलिए कृष्णु के माध्यम से उससे बार-बार रिश्वत की माँग की थी। उसने 8 लाख की मांग की थी, जिसकी पहली किश्त वह 5 लाख देने गया था।
डीआईजी हरचरण भुल्लर 2007 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। भुल्लर के पिता महल सिंह भुल्लर पंजाब के पूर्व डीजीपी थे। डीआईजी के भाई कुलदीप भुल्लर भी कांग्रेस विधायक रह चुके हैं। यही कारण है कि भुल्लर लगातार हर पार्टी की सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं।