भोपाल। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) मध्य प्रदेश में अपनी महिला शाखा को मजबूत करने की तैयारी में है। कांग्रेस नेताओं ने बुधवार को बताया कि महिला कांग्रेस की महिला जिला अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गई है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!कांग्रेस पार्टी के 71 संगठनात्मक जिलों में नियुक्त पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट महिला कांग्रेस को सौंप दी है। जिला कांग्रेस कमेटी (DCC) अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद पार्टी अब संगठन सृजन अभियान के तहत महिला अध्यक्षों की नियुक्ति पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
अध्यक्ष बनने के लिए पहली योग्यता 100 पार्टी सदस्यों का नामांकन है, जितनी ज़्यादा संख्या होगी, DCC अध्यक्ष बनने की संभावना उतनी ही ज्यादा होगी। महिला कांग्रेस लंबे समय से एक गतिशील संगठन बनाने की दिशा में काम कर रही है।
इस बार, पार्टी की प्राथमिकता ऐसे ज़िला अध्यक्षों का चयन करना है, जो न केवल संगठनात्मक रूप से मजबूत हों, बल्कि जमीनी स्तर पर भी सक्रिय हों। इसके लिए, प्रत्येक जिले में पर्यवेक्षकों की एक टीम भेजी गई थी। उन्होंने जिला स्तर पर इच्छुक महिला उम्मीदवारों से मुलाकात की और उनकी सदस्यता, संगठनात्मक भूमिका और स्थानीय राजनीति में उनके प्रभाव का आकलन किया।
अध्यक्ष पद के लिए जिलों से लगभग 225 नाम सामने आए हैं। पर्यवेक्षकों ने इन सभी उम्मीदवारों पर एक पूरी रिपोर्ट महिला कांग्रेस को सौंप दी है। इसके अतिरिक्त, महिला उम्मीदवारों के संबंध में स्थानीय नेताओं और जनप्रतिनिधियों से सहमति प्राप्त कर ली गई है। महिला कांग्रेस इन मानदंडों को अपने चयन का प्रमुख आधार बना रही है।
प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष नूरी खान के मुताबिक, रिपोर्ट जल्द ही महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा को भेजी जाएगी, जहां इसकी समीक्षा की जाएगी। फिलहाल, नेता बिहार चुनाव में व्यस्त हैं और चुनाव के बाद 20 नवंबर से पहले नाम घोषित किए जाएंगे।