
भोपाल। मध्य प्रदेश में पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा-2023 उत्तीर्ण करने वाले 6,420 उम्मीदवारों में से केवल आधे ही अब तक प्रशिक्षण में शामिल हुए हैं। कुछ तो प्रशिक्षण में शामिल होने की प्रक्रिया में हैं, लेकिन कुछ का मन बदल गया है। कथित तौर पर अन्य सरकारी परीक्षाओं में चयनित कई उम्मीदवार अब पुलिस बल में शामिल होने के अपने फैसले पर पुनर्विचार कर रहे हैं। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!लिखित परीक्षा के दौरान आधार बायोमेट्रिक में हेरफेर और प्रतिरूपण से जुड़ी व्यापक अनियमितताओं के कारण भर्ती प्रक्रिया पहले भी सवालों के घेरे में रही थी। अब तक इस घोटाले के संबंध में 30 प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी हैं।
इस विवाद के बाद प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई फ़िल्टर लागू किए हैं कि केवल वास्तविक उम्मीदवारों को ही नियुक्ति पत्र मिले। अधिकारियों ने बताया कि लगभग 4,900 नियुक्ति पत्र जारी किए जा चुके हैं, लेकिन लगभग 900 उम्मीदवारों ने अभी तक अपना चरित्र प्रमाण—पत्र जमा नहीं किया है।
अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का हवाला देते हुए बड़ी संख्या में चयनित उम्मीदवार अभी भी पुलिस बल में शामिल होने को लेकर अनिर्णीत हैं। इस बीच पुलिस प्रशासन ने अभी तक यह पता लगाने के लिए कोई रणनीति नहीं बनाई है कि इतनी बड़ी संख्या में चयनित उम्मीदवार प्रशिक्षण के लिए क्यों नहीं आए।
गौरतलब है कि कांस्टेबल परीक्षा में छह लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे, जिनमें से केवल 6,420 का ही चयन हुआ। इनमें से लगभग 1,000 उम्मीदवारों पर किसी और की मदद से परीक्षा पास करने का संदेह है। हालांकि, पुलिस मुख्यालय के अधिकारी इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं।
मेडिकल बोर्ड की बाधाएं
लिखित परीक्षा पास करने वाले कई उम्मीदवार ज़िला मेडिकल बोर्ड द्वारा आयोजित मेडिकल परीक्षण में असफल रहे। ये उम्मीदवार संभागीय मेडिकल बोर्ड के समक्ष उपस्थित होने के लिए दूसरे अवसर का इंतज़ार कर रहे हैं। हाल ही में भोपाल के लगभग 10 उम्मीदवारों ने पुलिस मुख्यालय से संपर्क किया और दावा किया कि उन्हें ज़िला बोर्ड ने अयोग्य घोषित कर दिया है और संभागीय बोर्ड का गठन अभी तक नहीं हुआ है। हालांकि, अब कई संभागीय मेडिकल बोर्ड गठित हो चुके हैं और ऐसी शिकायतों का समाधान कर रहे हैं।
3,090 उम्मीदवारों ने प्रशिक्षण शुरू किया
बताया जाता है कि 21 जुलाई तक प्रशिक्षण शुरू करने वाले 4,274 उम्मीदवारों में से केवल 3,090 ने ही रिपोर्ट किया है, जो कुल संख्या का 72% है। इनमें 1,005 महिलाएं और 2,085 पुरुष शामिल हैं।