नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने Gmail को अलविदा कह दिया है। अब वह स्वदेशी मेल zoho के जरिए संदेशों का आदान-प्रदान करेंगे।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!दरअसल, भारत सरकार zoho कंपनी का जोर-शोर से प्रचार कर रही है। हाल ही में कई केंद्रीय मंत्रियों ने zoho के उत्पादों की प्रशंसा की और लोगों से उनका उपयोग करने का आग्रह किया। सरकार zoho के Whatsapp प्रतिद्वंद्वी Arattai को भी बढ़ावा दे रही है।
गृह मंत्री अमित शाह ने भी X पर पोस्ट किया। पोस्ट में बताया गया है कि उन्होंने ज़ोहो मेल अपना लिया है। इसके अलावा अमित शाह ने अपनी नई zoho ईमेल आईडी भी साझा की। पोस्ट की आखिरी पंक्ति भी दिलचस्प है।
अमित शाह ने लिखा, “मेरी नई ईमेल आईडी amitshah.bjp@zohomail.in है। कृपया भविष्य में पत्राचार के लिए इसी ईमेल आईडी का उपयोग करें।” आखिरी पंक्ति में अमित शाह ने लिखा, “इस मामले पर आपके ध्यान देने के लिए धन्यवाद।”
दिलचस्प बात यह है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी इन दिनों X पर अपने पोस्ट के अंत में अक्सर इसी पंक्ति का इस्तेमाल कर रहे हैं।
zoho ने भी अमित शाह के X पोस्ट का जवाब दिया है। zoho वर्कप्लेस ने अपने जवाब में शाह का धन्यवाद किया। कंपनी ने लिखा कि राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा भारतीय नवाचार को अपनाना बेहद प्रेरणादायक है।
ज़ोहो संस्थापक का जवाब
अमित शाह के पोस्ट के बाद ज़ोहो के संस्थापक श्रीधर वेम्बू ने अमित शाह को टैग करते हुए एक पोस्ट किया और उन्हें धन्यवाद दिया। वेम्बू ने लिखा कि वह इस पल को उन इंजीनियरों को समर्पित करना चाहते हैं, जो पिछले 20 सालों से कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
गौरतलब है कि zoho, श्रीधर वेम्बू द्वारा स्थापित बेंगलुरु स्थित एक निजी कंपनी है। इस कंपनी के 45 से ज़्यादा उत्पाद और सेवाएं हैं। छोटे व्यवसायों के लिए विशेष रूप से दर्जनों टूल उपलब्ध हैं। zoho का स्वदेशी ऐप, Arattai, जो WhatsApp का प्रतिद्वंदी है, वह भी zoho का ही है और काफ़ी लोकप्रिय हो रहा है।
zoho के माइक्रोसॉफ्ट और गूगल टूल्स के भी प्रतिद्वंद्वी हैं। zoho, MS Word से लेकर PowerPoint तक, हर चीज़ के विकल्प कम कीमत पर उपलब्ध कराता है। हाल ही में कंपनी का Arattai ऐप काफ़ी लोकप्रिय हुआ है।
कंपनी, Zoho Workplace के तहत कई गूगल और माइक्रोसॉफ्ट टूल्स के विकल्प भी उपलब्ध कराती है। अगर हम लागत का विश्लेषण करें, तो ज़ोहो के उपकरण छोटे व्यवसायों और कंपनियों के लिए किफायती हैं क्योंकि zoho खातों के रखरखाव से लेकर स्थानीय बिल बनाने तक, व्यवसाय से जुड़ी हर गतिविधि के लिए उपकरण प्रदान करता है।
हाल ही में, zoho ने पेटीएम और फोनपे जैसी एक पीओएस मशीन लॉन्च की है। इसमें एक साउंडबॉक्स और क्यूआर कोड सिस्टम शामिल है। इसका मतलब है कि अब आप दुकानों में zoho के क्यूआर कोड और मशीनें देख सकते हैं।