
नई दिल्ली। उद्योग संगठन सियाम के अनुसार, अप्रैल-जून तिमाही में भारत से ऑटोमोबाइल निर्यात में साल-दर-साल 22 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो यात्री वाहनों की रिकॉर्ड शिपमेंट और दोपहिया एवं वाणिज्यिक वाहनों जैसे क्षेत्रों में मजबूत वृद्धि के कारण संभव हुआ। पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 11,92,566 इकाइयों की तुलना में पहली तिमाही में विभिन्न क्षेत्रों में कुल निर्यात बढ़कर 14,57,461 इकाई हो गया। पहली तिमाही में यात्री वाहनों का निर्यात अब तक का सबसे अधिक 2,04,330 इकाई रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 1,80,483 इकाइयों की तुलना में 13 प्रतिशत की वृद्धि है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) ने कहा कि इस क्षेत्र में निर्यात वृद्धि अधिकांश बाजारों में स्थिर मांग और मध्य पूर्व तथा लैटिन अमेरिका में मजबूत प्रदर्शन के कारण हुई। श्रीलंका और नेपाल जैसे पड़ोसी बाजारों में सुधार, जापान से बढ़ती मांग और ऑस्ट्रेलिया जैसे मुक्त व्यापार समझौतों (FTA) के तहत बढ़ते निर्यात ने भी समग्र वृद्धि में योगदान दिया।
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने पहली तिमाही में 96,181 इकाइयों के साथ यात्री वाहन निर्यात में अग्रणी स्थान हासिल किया, जो पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 69,962 इकाइयों की तुलना में 37 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि है।
मारुति सुजुकी के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (कॉर्पोरेट मामले), राहुल भारती ने कहा कि वाहन निर्माता पिछले चार वर्षों से भारत के यात्री वाहन निर्यात में अग्रणी रहा है। उन्होंने कहा, “निर्यात में हमारी हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है और वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में 47 प्रतिशत से अधिक के ऐतिहासिक उच्च स्तर पर पहुंच गई।”
भारती ने कहा कि इस तिमाही में मारुति सुजुकी के निर्यात में 37 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई, जबकि शेष उद्योग में 2 प्रतिशत की गिरावट आई। उन्होंने कहा, “अगर दुनिया भर के ग्राहक मारुति सुज़ुकी की कारों की सराहना करते हैं और उन्हें अपनाते हैं, तो संभावना है कि कंपनी लंबे समय तक भारत में बाज़ार में अग्रणी रहेगी।”
हुंडई मोटर इंडिया ने समीक्षाधीन अवधि में 48,140 इकाइयों का निर्यात किया, जो एक साल पहले की समान अवधि के 42,600 इकाइयों की तुलना में 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
अप्रैल-जून की अवधि में दोपहिया वाहनों का निर्यात बढ़कर 11,36,942 इकाई हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 9,23,148 इकाइयों से 23 प्रतिशत अधिक है। पहली तिमाही में कुल वाणिज्यिक वाहनों की शिपमेंट 19,427 इकाई रही, जो साल-दर-साल 23 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। इसी प्रकार इस वित्त वर्ष की जून तिमाही में तिपहिया वाहनों का निर्यात भी साल-दर-साल 34 प्रतिशत बढ़कर 95,796 इकाई हो गया।