
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आगामी 28 जुलाई से शुरू हो रहा है। सदन में सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। कांग्रेस के प्रशिक्षण सत्र में पार्टी विधायकों को सदन में प्रदर्शन करने का तरीका सिखाया जाएगा। कांग्रेस राजपूत समुदाय पर हुए लाठीचार्ज के मुद्दे को ज़ोर-शोर से उठाएगी।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!घटना के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने हरदा का दौरा किया था। अब राजपूत समुदाय से जुड़े कांग्रेस विधायक इस मुद्दे को सदन में उठाने की तैयारी में हैं। साथ ही सड़कों का मुद्दा भी सदन में छाने वाला है। राज्य में कई सड़कें बरसात की शुरुआत से ही जर्जर हालत में हैं। सड़कों की स्थिति के अलावा पुलों के डिज़ाइन पर भी सत्र में चर्चा होगी।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 90 डिग्री के पुल के लिए कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। इंदौर में एक पुल के डिज़ाइन को लेकर भी विवाद है। अब कांग्रेस इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने की तैयारी कर रही है। इन मुद्दों के अलावा राज्य पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण (एसईआईएए) का विवाद भी उठेगा। एसईआईएए को दी गई मान्य अनुमति का मुद्दा भी सदन में उठाया जाएगा। कांग्रेस विधायक खाद की कमी और मूंग की खरीद से किसानों को हो रही समस्याओं को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहे हैं।
कांग्रेस सदन में जन-केंद्रित मुद्दे उठाएगी: सिंघार
विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने कहा है कि सदन में जन कल्याण से जुड़े मुद्दे उठाए जाएँगे। उन्होंने कहा कि पार्टी खराब सड़कों, बिजली की कमी और खाद की कमी से किसानों को हो रही समस्याओं का मुद्दा उठाएगी। सिंघार ने कहा कि पार्टी राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को घेरेगी।