
भोपाल। मध्य प्रदेश में फर्जी जाति प्रमाण—पत्र मामले की जांच कर रहे विशेष कार्यबल (एसटीएफ) को फर्जी प्रमाण पत्रों का इस्तेमाल करने वाले 40 और लोगों के नाम मिले हैं। अधिकारियों ने बुधवार को यहां यह जानकारी दी।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!एसटीएफ ने 25 सरकारी अधिकारियों के नाम उजागर किए हैं, जो डॉक्टर, प्रोफेसर, पुलिस कांस्टेबल, राजस्व अधिकारी और अन्य पदों पर तैनात हैं और जिन्होंने फर्जी जाति प्रमाण पत्रों का इस्तेमाल किया था।
एसपी राजेश भदौरिया ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि आरोपी एसटी समुदाय से थे, लेकिन उन्होंने मूल दस्तावेजों की जगह फर्जी प्रमाण पत्रों का इस्तेमाल किया था। उन्होंने बताया कि अब तक पुलिस को राज्य भर से 40 और नाम मिले हैं, जिनमें अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्रों का भी इस्तेमाल किया गया था।
उन्होंने आगे कहा कि पुलिस प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने वाले रैकेट चलाने वालों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। ये लोग नियुक्ति प्राधिकारी द्वारा किए गए सत्यापन की रिपोर्ट भी बदल रहे थे। उन्होंने बताया कि फर्जी प्रमाण पत्र के बारे में तहसीलदार या एसडीएम कार्यालय द्वारा दी गई रिपोर्ट को नजरअंदाज करने वाले विभागीय अधिकारी भी इसमें शामिल थे।